काठमांडू/गोरखपुर: नेपाल में 9 मार्च को पूर्व राजा ज्ञानेंद्र वीर विक्रम शाह के स्वागत में आयोजित राजशाही समर्थक रैली के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पोस्टर लहराने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना ने नेपाल में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है, और स्थानीय प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है।
नेपाल में 2008 में लोकतंत्र की स्थापना के बाद राजशाही को समाप्त कर दिया गया था, लेकिन अब एक वर्ग फिर से राजशाही की बहाली की मांग कर रहा है। इसी क्रम में पूर्व राजा ज्ञानेंद्र के स्वागत में काठमांडू में त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर एक विशाल रैली आयोजित की गई, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए। इस दौरान कई लोगों ने नेपाल में हिंदू राष्ट्र की बहाली की मांग करते हुए तख्तियां और झंडे लहराए।
इसी रैली के दौरान सबसे अधिक ध्यान तब आकर्षित हुआ, जब एक व्यक्ति ने पूर्व राजा ज्ञानेंद्र के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पोस्टर लहराया। इस घटना के बाद नेपाल में राजनीतिक विवाद शुरू हो गया।
नेपाल सरकार और सत्तारूढ़ दलों ने इस घटना को राजनीतिक हस्तक्षेप के रूप में देखा है। नेपाल में किसी बाहरी देश के राजनेता की तस्वीर को किसी राजनीतिक आंदोलन से जोड़ना वहां के कानूनों और कूटनीति के लिहाज से संवेदनशील माना जाता है। नेपाल सरकार के कई अधिकारियों ने इस घटना को लेकर नाराजगी जताई और इस पर जांच शुरू कर दी।
रैली में योगी आदित्यनाथ का पोस्टर लहराने वाले व्यक्ति की पहचान प्रदीप विक्रम राणा के रूप में हुई है, जो नेपाल में राजशाही और हिंदू राष्ट्र के समर्थन में लंबे समय से सक्रिय हैं। रैली के बाद नेपाल पुलिस ने उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी, जिसके चलते उन्हें नेपाल छोड़कर गोरखपुर आना पड़ा।
गोरखपुर पहुंचने के बाद प्रदीप विक्रम राणा ने कहा कि, मैं नेपाल की मौजूदा सरकार के रहते वापस नहीं जा सकता। जब सरकार बदलेगी, तब मैं लौटूंगा। इसमें योगी आदित्यनाथ का कोई हाथ नहीं है। मैंने अपने विचारों के आधार पर यह किया है।
प्रदीप ने यह भी दावा किया कि उन्हें नेपाल में गलत तरीके से फंसाने की कोशिश की जा रही है। उनका कहना है कि उन पर पैसे लेकर पोस्टर लहराने का आरोप लगाया गया है, जो पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि उनके पास आर्थिक रूप से कोई कमी नहीं है और वह किसी से पैसे लेकर ऐसा नहीं कर सकते।
नेपाल सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच शुरू कर दी है। नेपाल की सत्ता में मौजूद दलों ने इसे भारत द्वारा नेपाल की राजनीति में हस्तक्षेप करने की कोशिश बताया है। हालाँकि, भारत सरकार या उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
नेपाल और भारत के बीच ऐतिहासिक रूप से करीबी सांस्कृतिक और धार्मिक संबंध रहे हैं, लेकिन हाल के वर्षों में कुछ राजनीतिक मुद्दों पर तनाव भी देखा गया है। नेपाल में इस तरह की घटनाओं को लेकर राजनीतिक दलों की अलग-अलग राय हो सकती है, लेकिन यह स्पष्ट है कि इससे दोनों देशों के रिश्तों पर असर पड़ सकता है।
नेपाल, जो 2008 तक दुनिया का एकमात्र हिंदू राष्ट्र था, अब एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है। हालांकि, नेपाल की बड़ी आबादी हिंदू है और कई लोग अब भी हिंदू राष्ट्र की बहाली की मांग कर रहे हैं। नेपाल में पिछले 16 वर्षों में 13 बार सरकारें बदली हैं, जिससे राजनीतिक अस्थिरता बनी हुई है।
नेपाल में योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता किसी से छिपी नहीं है। नेपाली हिंदू समुदाय के एक बड़े वर्ग में उन्हें हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। यही वजह है कि उनके पोस्टर को लेकर नेपाल में इतना बड़ा विवाद खड़ा हो गया।
नेपाल में इस विवाद के बाद सरकार की कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। दूसरी ओर, नेपाल में राजशाही समर्थकों का आंदोलन भी तेज होता दिख रहा है। प्रदीप विक्रम राणा जैसे कार्यकर्ताओं की भूमिका भी इस मामले में महत्वपूर्ण हो सकती है।
नेपाल और भारत के बीच लंबे समय से घनिष्ठ संबंध रहे हैं, लेकिन इस तरह की घटनाएँ इन रिश्तों को प्रभावित कर सकती हैं। नेपाल सरकार की अगली कार्रवाई यह तय करेगी कि यह विवाद कितना आगे बढ़ता है और इसका नेपाल की आंतरिक राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ता है।
Category: Nepal Affairs India Nepal Political Gorakhpur
बलिया जिले में एक तेज रफ्तार डीसीएम ने सोमवार देर शाम दो लोगों की जान ले ली और कई अन्य को घायल कर दिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने वाहन का पीछा किया।
BY : SANDEEP KR SRIVASTAVA | 16 Jun 2025, 11:19 PM
रामनगर में कांग्रेस कमेटी ने भीषण गर्मी में राहगीरों को शरबत पिलाकर इंसानियत का परिचय दिया, जिससे तपती धूप में लोगों को राहत मिली और कांग्रेस ने प्रशासन की नाकामी पर चिंता जताई।
BY : SANDEEP KR SRIVASTAVA | 15 Jun 2025, 08:27 PM
वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश सिंह को राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद में वाराणसी मंडल का वरिष्ठ उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया, यह नियुक्ति प्रदेश संगठन मंत्री सुरेश कुमार शर्मा के निर्देश पर हुई है।
BY : SANDEEP KR SRIVASTAVA | 15 Jun 2025, 07:51 PM
वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती के दौरान देवरिया से आए नंदन मणि त्रिपाठी नामक एक व्यक्ति अपनी पत्नी के सामने गंगा में डूब गए, जिससे घाट पर मातम छा गया।
BY : SANDEEP KR SRIVASTAVA | 15 Jun 2025, 07:45 PM
वाराणसी के मिर्जामुराद में कछवां रोड ओवरब्रिज के पास ट्रक की टक्कर से कार सवार तीन युवकों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल है, मृतकों में बीएसएफ का जवान भी शामिल है।
BY : SANDEEP KR SRIVASTAVA | 14 Jun 2025, 06:26 PM
कैंट विधानसभा क्षेत्र के विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने जनसुनवाई में जनता की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों को तत्काल समाधान के निर्देश दिए, साथ ही आर्थिक सहायता भी प्रदान की।
BY : SANDEEP KR SRIVASTAVA | 13 Jun 2025, 10:03 PM
वाराणसी के रामनगर में वरिष्ठ पत्रकार मनोज श्रीवास्तव के बड़े भाई बब्बू श्रीवास्तव का गुरुवार देर शाम निधन हो गया, जिससे पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई, वे कुछ दिनों से अस्वस्थ थे।
BY : SANDEEP KR SRIVASTAVA | 12 Jun 2025, 09:37 PM