Mon, 12 May 2025 18:47:29 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को अपने दो दिवसीय दौरे पर पवित्र नगरी काशी (वाराणसी) पहुंचे। उनके आगमन पर बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। यह दौरा प्रशासनिक समीक्षा, धार्मिक दर्शन और विकास कार्यों के निरीक्षण के उद्देश्य से किया जा रहा है, जिसमें मुख्यमंत्री की व्यस्ततम कार्यसूची तय की गई है।
अपने दौरे की शुरुआत मुख्यमंत्री ने सारनाथ में बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेकर की, जहां उन्होंने भगवान बुद्ध की शिक्षाओं और उनके जीवन पर प्रकाश डाला। इस दौरान उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं और नागरिकों को संबोधित करते हुए बौद्ध धर्म के शांति, सहिष्णुता और करुणा के सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया। सारनाथ, जहां भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था, वहां योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष गरिमा प्रदान की।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री सर्किट हाउस पहुंचे, जहां उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक में भाग लिया। इस बैठक में उन्होंने जिले में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की, साथ ही कानून-व्यवस्था की स्थिति का भी जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जनसुविधाओं से जुड़ी योजनाओं को समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से पूर्ण किया जाए, और जनता की शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है, अतः यहां विकास की गति और गुणवत्ता देशभर के लिए एक उदाहरण होनी चाहिए।
इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधियों और संगठन पदाधिकारियों के साथ भी एक अहम बैठक की, जिसमें संगठनात्मक गतिविधियों, आगामी रणनीतियों और जनता से जुड़ाव को लेकर चर्चा की गई। इस दौरान पार्टी के स्थानीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री को वर्तमान कार्यों की जानकारी दी और आगामी योजनाओं पर विचार-विमर्श किया।
रात्रि में मुख्यमंत्री बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों का निरीक्षण करेंगे। दोनों शैक्षणिक संस्थानों में जारी विकास योजनाओं की प्रगति पर उनकी विशेष निगाह रहेगी। विश्वविद्यालयों के दौरे के दौरान वे अधिकारियों से संवाद करेंगे और आवश्यक निर्देश भी देंगे ताकि शैक्षणिक वातावरण और अवसंरचना में और सुधार हो सके।
इसके बाद योगी आदित्यनाथ वाराणसी के प्रसिद्ध बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर और काल भैरव मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। धार्मिक आस्था के इस केंद्र में पूजा-अर्चना कर वे प्रदेश की सुख, समृद्धि और शांति की कामना करेंगे। मुख्यमंत्री का वाराणसी दौरा धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जो नगर की परंपरा और संस्कृति से उनके जुड़ाव को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री के दौरे को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने पूरी तैयारियां युद्धस्तर पर शुरू कर दी हैं। उनके संभावित कार्यक्रम स्थलों और मार्गों पर साफ-सफाई, अतिक्रमण हटाने और यातायात प्रबंधन के कार्य पूरे दिन चलते रहे। निर्माणाधीन परियोजनाओं के स्थलों पर भी सुरक्षा मानकों को दुरुस्त करने के लिए कार्यदायी एजेंसियों को अलर्ट किया गया है। प्रशासनिक अमला पूरी सतर्कता से मुख्यमंत्री की प्रत्येक गतिविधि के सुचारु संचालन के लिए प्रयासरत है।
दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को मुख्यमंत्री सवेरे सर्किट हाउस से प्रस्थान कर लखनऊ के लिए रवाना होंगे। यह दौरा न केवल विकास कार्यों की गति को मजबूती देगा बल्कि प्रशासनिक जवाबदेही और सुशासन के संदेश को भी सुदृढ़ करेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह यात्रा एक बार फिर यह सिद्ध करती है कि राज्य सरकार काशी जैसे सांस्कृतिक और धार्मिक नगर के विकास को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है।