Sun, 18 May 2025 20:47:37 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: कैन्ट विधानसभा क्षेत्र रविवार को देशभक्ति की भावना से सराबोर हो उठा, जब हजारों की संख्या में नागरिकों ने तिरंगा यात्रा में भाग लेकर भारतीय सेना के शौर्य, पराक्रम और 'ऑपरेशन सिंदूर' की प्रचण्ड सफलता को नमन किया। यह विशाल यात्रा काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के सिंहद्वार, लंका से प्रारंभ होकर ऐतिहासिक अस्सी घाट तक पहुंची, जहां जनसैलाब की उपस्थिति ने देशभक्ति का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत किया।
इस यात्रा का आयोजन काशी की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा संयुक्त रूप से किया गया, जिसका नेतृत्व वाराणसी कैन्ट के विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने किया। आयोजन का उद्देश्य भारतीय सेना की वीरता, साहस और बलिदान को सम्मानित करना तथा 'ऑपरेशन सिंदूर' जैसी अभूतपूर्व सैन्य उपलब्धि के लिए आभार व्यक्त करना था। यह अभियान भारत की सुरक्षा और आतंकवाद के विरुद्ध सशक्त प्रयासों का प्रतीक बनकर उभरा है, जिसे देश भर से समर्थन प्राप्त हो रहा है।
यात्रा में शामिल लोगों में देशभक्ति का जज़्बा स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा था। डीजे की धुन पर झूमते, ढ़ोल-नगाड़ों की ताल पर कदमताल करते और हाथों में तिरंगा थामे हजारों नागरिक 'भारत माता की जय', 'वन्दे मातरम्', 'जय हिंद', 'जय हिंद की सेना', 'सेना ने ठाना है, आतंकवाद मिटाना है', और 'धन्यवाद मोदी जी' जैसे नारों के साथ यात्रा को और अधिक ऊर्जावान बना रहे थे। यह केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि एक जनांदोलन जैसा प्रतीत हो रहा था, जिसमें हर आयु वर्ग के लोग उत्साह के साथ कंधे से कंधा मिलाकर शामिल हुए।
तिरंगा यात्रा के प्रमुख संयोजकों में विधायक सौरभ श्रीवास्तव के साथ उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश मंत्री शंकर गिरी, प्रदेश कोषाध्यक्ष मनीष कपूर, क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप पटेल, महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि समेत कई वरिष्ठ पदाधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल थे। उनके साथ विद्यासागर राय, वीणा पाण्डेय, केदारनाथ सिंह, लालचन्द कुशवाहा, निर्मला सिंह पटेल, शैलेन्द्र किशोर पांडेय मधुकर, सुधीर मिश्रा, अशोक पटेल, हरेन्द्र राय, अभिषेक मिश्रा, गीता शास्त्री, किशन कन्नौजिया, अमित राय, राहुल सिंह, मधुप सिंह, अनुपम गुप्ता, अजय सिंह, सुनील श्रीवास्तव, पंकज बारी, पार्षद लल्लन सोनकर, रितेश पाल, राजकुमार सिंह, धीरेन्द्र एडवोकेट, रामगोपाल वर्मा, सौरभ सिंह पटेल, रवि जायसवाल, नन्दजी पाण्डेय, अशोक जायसवाल, सृजन श्रीवास्तव, राजेश कुशवाहा, मुकेश गुप्ता, जीतेन्द्र पटेल, प्रीति सिंह बघेल, सोमनाथ यादव, अनुराग शर्मा, आरती पाठक, कुशाग्र श्रीवास्तव, मुकुन्द जायसवाल, सुभाष सोनकर, उमाकांत उपाध्याय, सीता गुप्ता, आरती श्रीवास्तव, अनूप यादव, निशा श्रीवास्तव, वेद मिश्रा, राहुल जायसवाल और ऋतिक मिश्रा जैसी सैकड़ों प्रमुख हस्तियां उपस्थित रहीं।
इस ऐतिहासिक यात्रा में विभिन्न सामाजिक और शैक्षणिक संस्थाओं ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई। पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र बल) के जवानों की सहभागिता ने यात्रा को अनुशासन और सुरक्षा की भावना से भर दिया। आर. बी. मार्शल आर्ट एकेडमी, अनीता वॉरियर्स, आरम्भ स्पोर्ट्स एकेडमी, आनंद क्रिकेट एकेडमी, भारतीय जन जागरण समिति और कई रिहायशी कालोनियों की समितियों सहित लगभग 5000 से अधिक देशभक्तों ने इसमें भाग लिया। जनमानस की यह भागीदारी साबित करती है कि देश की रक्षा के लिए हमारे सैनिकों के प्रयासों को काशीवासी भली-भांति समझते हैं और उनका सम्मान करना अपना कर्तव्य मानते हैं।
यह तिरंगा यात्रा न केवल भारतीय सेना के प्रति आभार व्यक्त करने का माध्यम बनी, बल्कि यह भावी पीढ़ियों के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत बनकर उभरी। इसमें दिखा अनुशासन, उत्साह और राष्ट्र के प्रति समर्पण भाव काशी की गौरवमयी परंपरा के अनुकूल था। यह यात्रा बताती है कि जब बात देश और उसकी सुरक्षा की आती है, तब वाराणसी का जनमानस एकजुट होकर राष्ट्रध्वज के नीचे खड़ा हो जाता है।
तिरंगा यात्रा के सफल आयोजन ने एक बार फिर सिद्ध किया कि काशी केवल आध्यात्मिक राजधानी ही नहीं, बल्कि राष्ट्रभक्ति की ज्वाला से प्रज्वलित एक ऐसा जनपद है, जहां हर नागरिक अपने कर्तव्यों और देशप्रेम को लेकर सजग और प्रतिबद्ध है।