Fri, 13 Jun 2025 22:03:57 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: नगर की रग-रग से वाकिफ और जनता की हर आवाज को प्राथमिकता देने वाले कैंट विधानसभा क्षेत्र के विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने एक बार फिर जनसेवा की मिसाल पेश करते हुए शुक्रवार को आयोजित साप्ताहिक जनसुनवाई में क्षेत्र के नागरिकों की समस्याएं पूरी संवेदनशीलता से सुनीं। शिवाजी नगर स्थित जनसंपर्क कार्यालय में सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक चली इस जनसुनवाई में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक पहुँचे और अपनी व्यथा, शिकायतें और जरूरी मांगें उनके समक्ष रखीं।
जनता की इस बैठक में दर्द की कई कहानियाँ गूंज उठीं, जिन्हें विधायक ने न केवल गंभीरता से सुना बल्कि उसी क्षण संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए। छित्तूपुर से आए युवक आर्यन सोनकर ने सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल अपने भाई राहुल सोनकर, मासूम भतीजी गौतमी और हादसे में दिवंगत भाभी नीलम सोनकर के विषय में बताते हुए आर्थिक सहायता की गुहार लगाई। इस मार्मिक स्थिति को सुनते ही विधायक ने मानवीयता का परिचय देते हुए जिलाधिकारी को तत्काल आर्थिक सहयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, जिससे परिवार को राहत मिल सके।
रामनगर के रहने वाले तारकेश्वर गुप्ता ने सड़क चौड़ीकरण के दौरान बिना समुचित मुआवजा दिए उनके मकान को तोड़े जाने की पीड़ा साझा की। इस पर विधायक श्रीवास्तव ने लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि बिना मुआवजे के किसी भी नागरिक के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा और शीघ्र न्यायोचित मुआवजा दिया जाए। इसी प्रकार लक्सा क्षेत्र से आए नागरिकों ने अपनी गली की जर्जर सीवर लाइन की समस्या रखते हुए बताया कि बारिश के समय जलभराव और ओवरफ्लो से जीवन दूभर हो जाता है। विधायक ने इसे गंभीरता से लेते हुए जलकल विभाग के महाप्रबंधक को अविलंब समस्या के निराकरण हेतु आवश्यक कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया, ताकि नागरिकों को राहत मिल सके।
शिवपुरवा से पहुंची वृद्धा कमला देवी ने जब अपने मानसिक रूप से अस्वस्थ पुत्र की समुचित चिकित्सा के लिए मदद की गुहार लगाई, तो विधायक ने एक क्षण भी विलंब किए बिना मुख्य चिकित्साधिकारी को उसकी बेहतर चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। यह पहल मानवीय संवेदनाओं की मिसाल बन गई, जहां एक मां की चिंता को प्रशासनिक कार्यवाही में तुरंत तब्दील कर दिया गया।
इस पूरी जनसुनवाई के दौरान विधायक के सहयोगी कुशाग्र, अभिषेक एवं वैभव भी मौजूद रहे और उन्होंने शिकायतकर्ताओं को उचित मार्गदर्शन प्रदान किया। जनसुनवाई की यह प्रक्रिया मात्र औपचारिकता नहीं थी, बल्कि लोकतंत्र की उस जीवंत तस्वीर का उदाहरण थी जिसमें जनप्रतिनिधि वास्तव में जनता के बीच रहकर उनकी समस्याओं को स्वयं सुनता है, समझता है और तत्काल निराकरण की पहल करता है।
विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने एक बार फिर यह साबित किया कि जनसेवा उनके लिए कोई पद की बाध्यता नहीं, बल्कि आत्मिक दायित्व है। उनकी जनसुनवाई केवल शिकायतों का पुलिंदा नहीं, बल्कि उम्मीदों की वो किताब बनती जा रही है, जिसमें हर शुक्रवार को आम आदमी के दर्द के पन्ने पलटे जाते हैं और समाधान की स्याही से न्याय की इबारत लिखी जाती है।