Tue, 06 May 2025 18:20:36 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: भेलूपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार की सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी। हनुमान घाट के सामने गंगा में स्नान करते समय दो छात्रों की डूबने से मौत हो गई। मृतकों की पहचान 19 वर्षीय आदित्य राय और 19 वर्षीय विराट सिंह के रूप में हुई है। दोनों युवक सुबह अपने दोस्तों के साथ घाट घूमने आए थे, लेकिन यह सामान्य-सी शुरुआत एक त्रासदी में बदल गई, जब वे गहरे पानी में चले गए और डूब गए।
मूल रूप से मध्य प्रदेश के सिंगरौली में भगत सिंह कॉलोनी स्थित श्याम भवन के रहने वाले आदित्य राय और मिर्जापुर जिले के ट्यूबल कॉलोनी निवासी विराट सिंह मंगलवार सुबह अपने दो अन्य दोस्तों वैभव केसरीवानी (निवासी भगवतपुर, गोपीगंज, भदोही) और आदर्श सिंह (निवासी चुनार, मिर्जापुर)के साथ बनारस के एक हॉस्टल से घाट घूमने के लिए निकले थे। सुबह का समय था, जब घाट पर अपेक्षाकृत कम भीड़ होती है। जब चारों दोस्त हनुमान घाट पहुंचे, तो आदित्य और विराट ने गंगा में स्नान करने का निर्णय लिया। वहीं वैभव और आदर्श घाट की सीढ़ियों पर बैठ गए और उन्हें दूर से नहाते हुए देख रहे थे।
कुछ ही देर में स्थिति भयावह हो गई, जब आदित्य और विराट गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। घाट पर मौजूद वैभव और आदर्श ने शोर मचाया और आसपास मौजूद लोगों को बुलाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। दोनों युवक पानी में समा गए और उनका कहीं कोई पता नहीं चला। घटना की जानकारी मिलते ही अस्सी चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे और तुरंत एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) की टीम को बुलाया गया। जवानों ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और घंटों की मशक्कत के बाद दोनों शवों को पानी से बाहर निकाला गया। इसके बाद दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया और परिजनों को सूचना दी गई।
इस हादसे के बाद वैभव और आदर्श गहरे सदमे में हैं। उन्होंने बताया कि सब कुछ अचानक और बहुत तेजी से हुआ। दोनों इस त्रासदी से उबर नहीं पा रहे हैं और लगातार अपने दोस्तों की याद में बेसुध हैं।
स्थानीय प्रशासन ने इस दुखद घटना को लेकर गहरा शोक व्यक्त किया है और युवाओं से गंगा में स्नान करते समय सतर्कता बरतने की अपील की है। अधिकारियों ने कहा है कि गंगा नदी के कई हिस्सों में गहराई अचानक बढ़ जाती है, जिससे अनहोनी की आशंका हमेशा बनी रहती है।
यह हादसा न सिर्फ दो परिवारों को अपूरणीय क्षति देकर गया है, बल्कि घाट पर मौजूद हर व्यक्ति के मन में एक स्थायी टीस छोड़ गया है। वाराणसी जैसे धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर ऐसी घटनाएं यह याद दिलाती हैं कि प्राकृतिक जलस्रोतों के प्रति हमारी लापरवाही कितनी गंभीर हो सकती है।