Tue, 06 May 2025 17:25:52 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: कैंट थाना क्षेत्र अंतर्गत अर्दली बाजार चौकी के भोजूबीर सब्जी मंडी इलाके में सोमवार को एक हृदयविदारक हादसा सामने आया, जिसने पूरे मोहल्ले को गहरे सदमे में डाल दिया। बिजली करंट की चपेट में आकर एक ही परिवार के तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में पति, पत्नी और उनके वृद्ध पिता शामिल हैं। घटना इतनी अचानक और दर्दनाक थी कि इलाके में अफरा-तफरी मच गई और हर आंख नम हो उठी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 28 वर्षीय प्रीति जायसवाल रोजमर्रा के काम के तहत नहाने के बाद कपड़े सुखाने के लिए घर में लगे लोहे के हेंगर पर कपड़ा डालने गई थीं। उसी दौरान घर में चल रहे वाटर पंप (टुल्लू पंप) का तार किसी तरह हेंगर से संपर्क में आ गया और उसमें करंट प्रवाहित होने लगा। प्रीति जैसे ही हेंगर को छूती हैं, उन्हें जोरदार करंट का झटका लगता है। वे छटपटाने लगती हैं और उनकी चीख-पुकार सुनकर उनका पति सोनू जायसवाल (30) तुरंत वहां पहुंचता है। पत्नी को करंट से छुड़ाने की कोशिश में वह खुद भी बिजली की चपेट में आ जाता है।
इसी बीच शोर सुनकर सोनू के 65 वर्षीय पिता राजेंद्र जायसवाल भी कमरे में पहुंचते हैं। बेटे और बहू को तड़पते देख वह उन्हें बचाने की कोशिश करते हैं, लेकिन दुर्भाग्यवश वह भी बिजली के करंट की चपेट में आ जाते हैं। कुछ ही क्षणों में तीनों की सांसे थम जाती हैं। तीनों की मौत घटनास्थल पर ही हो जाती है।
इस भीषण हादसे के समय घर की सबसे बड़ी बेटी, 9 साल की शिवांगी स्कूल में थी। वह कक्षा एक की छात्रा है। दूसरी बेटी, 4 वर्षीय नैंसी, घर में ही मौजूद थी, लेकिन सौभाग्यवश वह घटना से दूर रही। हादसे के तुरंत बाद पड़ोसी घर पहुंचे और बिजली की आपूर्ति बंद करवाकर पुलिस को सूचना दी। अर्दली बाजार चौकी प्रभारी और स्थानीय पुलिस बल मौके पर पहुंचा और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
यह त्रासदी न सिर्फ उस परिवार के लिए, बल्कि पूरे मोहल्ले के लिए गहरा सदमा बन गई है। पड़ोसियों के अनुसार, यह परिवार बेहद मिलनसार था और मोहल्ले में सभी से अच्छे संबंध रखता था। स्थानीय लोग प्रशासन से मुआवजे की मांग कर रहे हैं और परिवार की दोनों बच्चियों के भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील कर रहे हैं।
पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि पंप के तार की खराबी और हेंगर में विद्युत प्रवाह से यह हादसा हुआ। बिजली विभाग से भी तकनीकी रिपोर्ट मांगी गई है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि घटना में लापरवाही का कोई और कारण तो नहीं था।
इस दिल दहला देने वाले हादसे ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि घरेलू विद्युत सुरक्षा को लेकर आम लोग कितने सतर्क हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, खुले तार, लोहे के संपर्क में विद्युत उपकरण और असुरक्षित कनेक्शन अकसर ऐसे हादसों को जन्म देते हैं।
मृतकों की अंतिम यात्रा में भारी संख्या में लोग शामिल हुए और पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। वाराणसी जिला प्रशासन की ओर से संवेदना व्यक्त की गई है और संबंधित विभागों को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। शिवांगी और नैंसी के भविष्य को लेकर कई सामाजिक संगठनों ने भी मदद का हाथ बढ़ाने की बात कही है।
यह घटना न सिर्फ एक दुखद समाचार है, बल्कि समाज और प्रशासन दोनों के लिए एक चेतावनी भी है कि इस तरह की त्रासदियों को टालने के लिए जागरूकता और सतर्कता अत्यंत आवश्यक है।