Mon, 31 Mar 2025 22:42:30 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: सोमवार को रामनगर पुलिस ने 25 हजार रुपये के इनामी वांछित अपराधी को भीटी के मोदी स्कूल के पास से धर दबोचा। यह वही आरोपी है, जो हाल ही में रामबाग पोखरा के पास झाड़ियों में मृत मिले सुरक्षा गार्ड श्यामजी पटेल की हत्या के मामले में फरार चल रहा था।
मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के गौरइया गांव निवासी श्यामजी पटेल के इकलौते बेटे राजकुमार ने अपने पिता से पुश्तैनी जमीन में से एक बिस्वा भूमि बेचने की जिद की थी। जब पिता ने इससे इनकार किया, तो गुस्से में आकर उसने अपने पिता के साढू के बेटे मयंक को रुपये का लालच देकर हत्या की साजिश रच डाली। इस खतरनाक साजिश में मयंक ने अपने दोस्त शिवशंकर पटेल को भी शामिल कर लिया।
गौरतलब है, कि शुक्रवार की देर शाम, सभी आरोपियों ने मिलकर श्यामजी पटेल को बहाने से दुर्गा मंदिर बुलाया और वहां निर्ममता से उनकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को झाड़ियों में फेंक दिया, जिससे पुलिस को गुमराह किया जा सके।
हत्या के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए मृतक के बेटे राजकुमार और मयंक को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन तीसरा आरोपी शिवशंकर पटेल फरार हो गया। पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी थी और सोमवार को गुप्त सूचना के आधार पर भीटी के मोदी स्कूल के पास से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। मुख्य आरोपी शिवशंकर पटेल चंदौली भागने की फिराक में था।
रामनगर थानाध्यक्ष राजू सिंह ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी शिवशंकर पटेल थाना राजातालाब के गजापुर गांव का निवासी है। पुलिस ने उसे मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पुलिस इस पूरे मामले में गहराई से जांच कर रही है ताकि सभी पहलुओं को उजागर किया जा सके।
अब ऐसे में ये सवाल उठना लाजमी है, कि क्या पैसे की लालच ने एक एकलौते बेटे को उसके अपने सगे बाप का ही कातिल बना दिया। इससे समाज में गहरी चिंता व्याप्त है। स्थानीय लोग इस घटना को लेकर स्तब्ध हैं।
इस जघन्य हत्याकांड से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। जमीन का यह मामला पारिवारिक विवाद और लालच की भयानक मिसाल बन गया है। जमीन के लालच में बेटे ने पिता की जान ले ली, लेकिन पुलिस की सख्त कार्रवाई ने न्याय की राह साफ कर दी।