Mon, 12 May 2025 18:29:59 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: रोहनिया क्षेत्र के भदवर बाइपास रोड और कैथी टोल प्लाजा के समीप सोमवार को दो अलग-अलग सड़क हादसों में आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों घटनाएं खड़े भारी वाहनों से ऑटो की टक्कर के कारण हुईं, जिसमें परिवार के कई सदस्य और अन्य यात्री घायल हो गए। हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया और ट्रैफिक को सामान्य कराया।
पहली घटना रोहनिया के भदवर बाइपास रोड की है, जहां सड़क किनारे खड़े एक डंपर में पीछे से एक तेज रफ्तार ऑटो जा घुसी। बताया गया कि ऑटो में सवार लोग एक पारिवारिक शादी समारोह से लौट रहे थे। डोमैला, मिर्जामुराद निवासी आरती अपने रिश्तेदार के यहां धानापुर, चंदौली में शादी समारोह में शामिल होने के बाद परिवार सहित घर लौट रही थीं। लौटते समय ऑटो चालक अरविंद को झपकी आ गई, जिससे भदवर बाइपास पर खड़े डंपर में ऑटो ने पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ऑटो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और उसमें सवार आरती, उनकी बेटियां काजल और कोमल, बेटा आयुष, चालक अरविंद और विकास कुमार (निवासी रेवसा, अलीनगर, चंदौली) सभी घायल हो गए। दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मिसिरपुर में प्राथमिक इलाज के लिए भर्ती कराया। पुलिस ने ऑटो और डंपर को अपने कब्जे में ले लिया है तथा आगे की कानूनी कार्यवाही जारी है।
दूसरी दुर्घटना कैथी टोल प्लाजा के पास उस समय हुई जब चंदवक, जौनपुर से वाराणसी की ओर आ रही एक ऑटो खड़े ट्रेलर से टकरा गई। हादसे में ऑटो सवार सीमा सिंह, आदित्य रघुवंशी, उर्मिला सिंह और उत्कर्ष सिंह, सभी निवासी कोची, चंदवक, गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी मिलते ही कैथी चौकी प्रभारी प्रभाकर सिंह तत्काल मौके पर पहुंचे और घायलों को एंबुलेंस के माध्यम से पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल भिजवाया। साथ ही, जेसीबी मशीन मंगवाकर सड़क पर फंसे ऑटो और ट्रेलर को हटवाया गया जिससे हाईवे पर यातायात बाधित न हो।
दोनों घटनाओं में तेज रफ्तार और सड़क किनारे खड़े भारी वाहनों की चेतावनी के अभाव को हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि ऐसे स्थानों पर ट्रैफिक विभाग द्वारा विशेष निगरानी रखी जाए और खड़े वाहनों पर रिफ्लेक्टिव चिन्हों के साथ उचित प्रकाश व्यवस्था की जाए ताकि ऐसे हादसे भविष्य में रोके जा सकें।