Fri, 18 Apr 2025 18:56:39 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: काशी जोन, वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के अधीन कार्य कर रही रामनगर पुलिस टीम ने एक बड़ी सफलता अर्जित करते हुए अनुमानित 6 लाख रुपये मूल्य के 16 चोरी या गुम हुए मोबाइल फोन बरामद कर उन्हें उनके असली मालिकों को सौंपा। इस कार्यवाही ने न सिर्फ पीड़ितों के चेहरे पर मुस्कान लौटा दी, बल्कि पुलिस और आम जनता के बीच विश्वास को भी और मजबूत किया।
यह कार्यवाही वरिष्ठ पुलिस आयुक्त वाराणसी महोदय द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत संपन्न हुई। श्रीमान अपर पुलिस उपायुक्त काशी जोन और श्रीमान सहायक पुलिस आयुक्त चेतगंज जोन काशी कमिश्नरेट के निर्देशन में, थाना रामनगर प्रभारी निरीक्षक श्री राजू सिंह के नेतृत्व में रामनगर पुलिस टीम ने त्वरित और सटीक कार्रवाई कर यह उपलब्धि हासिल की।
मोबाइल लौटाने के अवसर पर कई भावुक क्षण भी देखने को मिले। एक पीड़ित महिला ने अपनी कहानी साझा करते हुए बताया कि नवम्बर माह में डोमरी में हो रहे शिव पुराण, मेला क्षेत्र की भीड़ में उनका मोबाइल गुम हो गया था। वह निराश हो चुकी थीं और मोबाइल वापस मिलने की उम्मीद लगभग छोड़ चुकी थीं। लेकिन आज जब पुलिस ने उन्हें फोन लौटाने के लिए बुलाया, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने कहा, "वाराणसी पुलिस और विशेष रूप से SHO राजू सिंह जी की मैं दिल से आभारी हूं।"
इस सफलता के पीछे पुलिस की तकनीकी दक्षता का भी बड़ा योगदान रहा। SHO राजू सिंह ने जानकारी दी कि CEIR पोर्टल और सर्विलांस सेल की मदद से मोबाइल फोनों की सटीक लोकेशन ट्रैक की गई और टेक्निकल इनपुट के आधार पर उनका पता लगाकर उन्हें बरामद किया गया। मोबाइल बरामदगी में तकनीक का कुशल उपयोग पुलिस टीम की सतर्कता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
पुलिस ने इस अवसर पर नागरिकों से भी अपील की कि अगर किसी का मोबाइल फोन चोरी हो जाए या गुम हो जाए, तो बिना देर किए नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज कराएं। साथ ही, CEIR पोर्टल पर जाकर अपने मोबाइल के IMEI नंबर को ब्लॉक करें। इससे न केवल फोन का ट्रैकिंग आसान होता है, बल्कि चोरी के मोबाइल का दुरुपयोग होने से भी बचा जा सकता है।
रामनगर पुलिस की इस तत्परता और संवेदनशील कार्यशैली को स्थानीय नागरिकों ने भरपूर सराहा है। लोग इसे एक आदर्श उदाहरण मान रहे हैं कि किस प्रकार पुलिस और नागरिकों के बीच सामंजस्य से अपराध पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सकता है। पुलिस के इस प्रयास ने एक बार फिर यह साबित किया है कि तकनीक और संकल्प के समन्वय से कानून-व्यवस्था को मजबूती दी जा सकती है।
काशी जोन की इस प्रशंसनीय पहल ने न सिर्फ गुम हुए मोबाइल मालिकों को उनका कीमती सामान लौटाया, बल्कि समाज में पुलिस के प्रति भरोसे को भी और गहरा किया है। वाराणसी पुलिस का यह कदम निश्चित ही आमजन में सुरक्षा की भावना को और सुदृढ़ करेगा।