वाराणसी: आईपीएल सट्टा गिरोह का भंडाफोड़, सात गिरफ्तार, मास्टरमाइंड हर्षित चंदानी फरार

वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र में पुलिस ने आईपीएल सट्टेबाजी रैकेट का भंडाफोड़ कर सात लोगों को गिरफ्तार किया, जबकि सरगना हर्षित चंदानी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।

Tue, 29 Apr 2025 14:33:22 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी: लंका थाना क्षेत्र में मंगलवार को पुलिस ने आईपीएल सट्टेबाजी के बड़े रैकेट का खुलासा करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई सहोरी इलाके में की गई, जहां सट्टा गिरोह काफी समय से सक्रिय था। पुलिस ने मौके से 10 मोबाइल फोन, दो कैलकुलेटर और दो नोटबुक जब्त किए हैं, जिनका उपयोग सट्टेबाजी में किया जा रहा था। गिरफ़्तार किए गए आरोपियों को आज लंका थाने में आयोजित एक प्रेस वार्ता में सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) डॉ. ईशान सोनी ने मीडिया के सामने पेश किया।

पुलिस ने बताया कि यह गिरोह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मौजूदा सीजन में सट्टेबाजी का नेटवर्क चला रहा था और ऑनलाइन माध्यमों से लोगों को जोड़कर मोटी रकम का खेल खेला जा रहा था। इस गिरोह का सरगना गोदौलिया पीडीआर क्षेत्र का निवासी हर्षित चंदानी है, जो इस समय फरार है और जिसकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। पुलिस के अनुसार, गिरोह का मुख्य संचालन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स और ओला वेट जैसे ऐप्स के माध्यम से किया जा रहा था, जिसमें सट्टा खेलने वालों को आईडी भेजी जाती थी और खेल में हार-जीत के आधार पर रकम का लेन-देन होता था।

लंका पुलिस को इस गिरोह के बारे में गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग आईपीएल के नाम पर अवैध सट्टा चला रहे हैं। आरोप था कि ये लोग सामान्य जनता को जुए की लत लगाकर उनसे पैसे वसूल कर रहे थे। सूचना मिलते ही लंका थाने के प्रभारी निरीक्षक शिवाकान्त मिश्र और उनकी टीम, जिसमें एसआई सौरभ कुमार तिवारी, सिद्धांत राय, कांस्टेबल प्रमोद कुमार, मनोज सिंह, अमित शुक्ला, पवन यादव, कृष्णकांत पांडेय और सूरज सिंह शामिल थे। इन्होंने इलाके में छापेमारी कर सात सट्टा संचालकों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे आईपीएल मैचों में खिलाड़ियों और रन के आंकड़ों पर सट्टा लगवाते थे। जीतने वाले को तुरंत नकद या डिजिटल भुगतान किया जाता था। आरोपियों ने यह भी कबूल किया कि उन्होंने अब तक सैकड़ों लोगों को इस सट्टेबाजी नेटवर्क से जोड़ा है और करोड़ों रुपये का लेनदेन किया है। उनके अनुसार, वे प्रत्येक सौदे पर लगभग 10 प्रतिशत कमीशन लेते थे और बाकी राशि हर्षित चंदानी को रिपोर्ट करते थे।

पुलिस का कहना है कि इस मामले में आगे की जांच जारी है और डिजिटल सबूतों की पड़ताल की जा रही है ताकि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की पहचान कर उन्हें भी गिरफ्तार किया जा सके। साथ ही, मुख्य आरोपी हर्षित चंदानी की गिरफ्तारी के लिए भी विशेष टीम गठित की गई है, जो उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।

लंका थाने की इस सफलता को पुलिस विभाग एक बड़ी कामयाबी मान रहा है क्योंकि यह मामला सिर्फ जुए या सट्टेबाजी का नहीं, बल्कि एक संगठित आर्थिक अपराध का संकेत देता है, जिसमें बड़ी मात्रा में काला धन चल रहा था। पुलिस अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि आईपीएल जैसे आयोजनों का नाम लेकर सट्टेबाजी में संलिप्त किसी भी व्यक्ति या गिरोह को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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