Sun, 18 May 2025 15:39:22 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: रामनगर/ पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी के काशी जोन में चलाए जा रहे "ऑपरेशन चक्रव्यूह" के तहत रामनगर थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक बड़े गौ-तस्करी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस और तस्करों के बीच मुठभेड़ के दौरान एक तस्कर को गोली लग गई, जिसे घायल अवस्था में बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने 27 गोवंशीय पशु, एक ट्रेलर, एक अवैध तमंचा, कारतूस और तीन मोबाइल फोन बरामद किए हैं। पकड़े गए तस्करों में से दो की मौके पर गिरफ्तारी हुई, जबकि एक घायल अवस्था में पुलिस के हत्थे चढ़ा। एक अन्य आरोपी फरार है जिसकी तलाश जारी है।
इस अभियान को पुलिस आयुक्त के निर्देश पर अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे सघन अभियान के अंतर्गत अंजाम दिया गया। काशी जोन के पुलिस उपायुक्त और अपर पुलिस उपायुक्त के पर्यवेक्षण में, कोतवाली के सहायक पुलिस आयुक्त और प्रभारी निरीक्षक रामनगर के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई।
घटना 17 मई 2025 को दोपहर लगभग 3:40 बजे की है, जब रामनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत भीटी चौकी के पास चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस टीम ने एक संदिग्ध ट्रेलर को रोकने की कोशिश की। चालक ने पुलिस को देखकर वाहन को बंदरगाह रोड की ओर तेजी से मोड़ दिया, जिसके बाद पुलिस ने उसका पीछा किया। जब ट्रेलर बंदरगाह के पास अवरोध पाकर रुक गया, तो उसमें सवार चार लोग कूदकर झाड़ियों में भागने लगे। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उनका पीछा किया, लेकिन इस दौरान एक आरोपी ने पुलिस पर जानलेवा हमला करते हुए गोली चला दी। जवाबी फायरिंग में आरोपी के पैर में गोली लग गई।
घायल आरोपी की पहचान आरिफ पुत्र भूरा (उम्र 27 वर्ष, निवासी घेर मर्दान खां, थाना कोतवाली, जनपद रामपुर) के रूप में हुई, जिसे तुरंत बीएचयू ट्रॉमा सेंटर भेजा गया। मौके से गिरफ्तार दो अन्य तस्करों की पहचान गुलफाम पुत्र कल्लन (उम्र 28 वर्ष, निवासी खेमपुर रसूलपुर, थाना स्वार, जनपद रामपुर) और शादाब पुत्र मुन्ना (उम्र 32 वर्ष, निवासी घेर नज्जू खां, थाना गंज, जनपद रामपुर) के रूप में हुई।
घटनास्थल पर जब पुलिस ने ट्रेलर की तलाशी ली, तो उसके निचले हिस्से में बेहद चालाकी से छिपाकर रखे गए 27 गोवंशीय पशु मिले। ट्रेलर के ऊपरी हिस्से में आलू की बोरियां रखी गई थीं, जिससे वाहन सब्जी से लदा हुआ प्रतीत हो और पुलिस की नजरों से बचा जा सके। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे इन पशुओं को वध के उद्देश्य से बिहार ले जा रहे थे।
पुलिस ने ट्रेलर सहित तमंचा (.315 बोर), एक जिंदा कारतूस, एक खोखा कारतूस, तीन मोबाइल फोन और सभी 27 गोवंश को अपने कब्जे में लेकर विधिक कार्रवाई आरंभ कर दी है। पशुओं को सुरक्षित बाहर निकालकर कपसेठी स्थित गौशाला में संरक्षण हेतु भेज दिया गया है। आरोपियों के खिलाफ थाना रामनगर में मुकदमा अपराध संख्या 100/2025 अंतर्गत धारा 3/5A/5B/8 गोवध निवारण अधिनियम, धारा 109 भारतीय दंड संहिता (BNS) और धारा 3/25 आर्म्स एक्ट के तहत अभियोग दर्ज किया गया है।
पुलिस रिकार्ड खंगालने पर यह स्पष्ट हुआ कि मुख्य आरोपी आरिफ के खिलाफ पहले से ही कई संगीन आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें पशु क्रूरता, एनडीपीएस एक्ट, आर्म्स एक्ट, महामारी अधिनियम तथा अन्य धाराएं शामिल हैं। गुलफाम के खिलाफ भी वर्ष 2018 में बरेली के आंवला थाना में एक आपराधिक प्रकरण दर्ज है।
इस सराहनीय कार्रवाई को अंजाम देने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक राजू सिंह के साथ उपनिरीक्षक अमीर बहादुर सिंह, आदित्य राय, अनिल राजपूत, पंकज मिश्रा, नितेश कुमार और हेड कांस्टेबल गणेश, रविन्द्र सिंह, कांस्टेबल गौरव भारती, शैलेन्द्र सिंह, संदीप सिंह, राहुल सिंह व रणधीर गौड़ शामिल रहे।
पुलिस उपायुक्त काशी जोन ने इस अभियान में उल्लेखनीय कार्य करने वाली टीम का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें ₹25,000 का नकद पुरस्कार प्रदान किया है। वहीं, फरार आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं और इस पूरे प्रकरण में आगे की जांच व विधिक कार्रवाई प्रचलित है।
यह कार्रवाई वाराणसी पुलिस की प्रतिबद्धता और सक्रियता का स्पष्ट प्रमाण है, जो अपराध और विशेष रूप से गौ-तस्करी जैसी संगठित अवैध गतिविधियों पर कठोरता से अंकुश लगाने की दिशा में कार्य कर रही है।