वाराणसी: लंका पुलिस की सटीक कार्यवाही, महिला से मारपीट एवं दुराचार के आरोपी को चंदौली से किया गिरफ्तार

वाराणसी के थाना लंका क्षेत्र में महिला उत्पीड़न के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिस पर शारीरिक शोषण, मारपीट और मानसिक उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप लगे थे, पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की है।

Sun, 13 Apr 2025 17:26:17 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी: कानून के लंबे हाथ आखिरकार उस आरोपी तक पहुंच ही गए, जिस पर एक महिला के साथ न केवल शारीरिक उत्पीड़न, बल्कि मानसिक और सामाजिक स्तर पर गंभीर अपराधों के आरोप लगे हैं। वाराणसी कमिश्नरेट के थाना लंका क्षेत्र से जुड़ा यह मामला किसी भी समाज के लिए शर्मनाक उदाहरण है, लेकिन साथ ही यह इस बात की मिसाल भी है कि जब पुलिस अपनी जिम्मेदारी को पूरी संजीदगी से निभाती है, तो न्याय का रास्ता खुद-ब-खुद साफ हो जाता है। इस मामले में पुलिस ने न केवल पीड़िता की शिकायत को गंभीरता से लिया, बल्कि अपराधी को जल्द से जल्द कानून की गिरफ्त में लाकर यह साबित कर दिया कि उत्तर प्रदेश में अपराध कर के बच निकलने की कोई गुंजाइश नहीं है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना 1 अप्रैल 2025 का है, जब एक महिला ने थाना लंका में लिखित रूप से शिकायत दर्ज कराई कि उसके साथ शारीरिक शोषण, मारपीट, मानसिक उत्पीड़न और गंभीर धमकियों का सिलसिला लंबे समय से चल रहा है। शिकायत को सुनते ही लंका पुलिस हरकत में आई और तत्काल मामला दर्ज करते हुए आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार), 326ए (तेजाब से हमले का प्रयास), 354क (यौन उत्पीड़न), 354ग (छेड़छाड़ और पीछा करना), 498ए (पति या ससुराल पक्ष द्वारा अत्याचार), 323 (चोट पहुंचाना), 504 (गाली-गलौज), और 506 (धमकी) के तहत एफआईआर क्रमांक 0109/2025 दर्ज कर ली गई।

इस गंभीर प्रकरण को देखते हुए पुलिस आयुक्त महोदय, वाराणसी कमिश्नरेट ने तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। काशी जोन के पुलिस उपायुक्त और अपर पुलिस उपायुक्त के नेतृत्व में तथा सहायक पुलिस आयुक्त भेलूपुर के मार्गदर्शन में थाना लंका के प्रभारी निरीक्षक शिवाकान्त मिश्र के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। इस टीम ने तकनीकी साक्ष्य, खुफिया सूचना और जमीनी संपर्क के माध्यम से आरोपी की तलाश आरंभ की। पुलिस टीम ने अथक प्रयास करते हुए अंततः 12 अप्रैल 2025 को आरोपी मनीष कुमार तिवारी, पुत्र बेचन तिवारी, उम्र लगभग 42 वर्ष, निवासी ग्राम गुआस, थाना अलीनगर, जनपद चंदौली को उसी के गांव से धर दबोचा।

गिरफ्तारी के बाद जब आरोपी से पूछताछ की गई, तो उसने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया और इन्हें झूठा, निराधार तथा बदनामी की साजिश बताया। आरोपी ने कहा कि वह अपना पक्ष न्यायालय में अधिवक्ता के माध्यम से प्रस्तुत करेगा। बावजूद इसके, पुलिस ने विधिक प्रक्रिया के तहत आवश्यक कार्यवाही जारी रखी है और मामले से जुड़े सभी तथ्यों की गहराई से जांच जारी है।

इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली पुलिस टीम में शामिल रहे – प्रभारी निरीक्षक शिवाकान्त मिश्र, निरीक्षक अपराध शिवधारी, उपनिरीक्षक एवं चौकी प्रभारी नगवा शिवाकर मिश्र, कांस्टेबल अमित शुक्ला, सूरज सिंह, पवन कुमार यादव तथा कृष्ण कान्त पाण्डेय। इस टीम की तत्परता और समर्पण ने यह साबित कर दिया कि जब सिस्टम चाहता है, तो न्याय तक पहुंचने में ज्यादा देर नहीं लगती।

इस गिरफ्तारी ने न केवल पीड़िता को न्याय की ओर पहला ठोस कदम दिलाया है, बल्कि समाज को भी यह संदेश दिया है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों को कानून बख्शने वाला नहीं है। थाना लंका की यह कार्रवाई ना सिर्फ पेशेवर कुशलता का प्रतीक है, बल्कि मानवता की रक्षा और महिलाओं की गरिमा की रक्षा का भी आदर्श उदाहरण बन चुकी है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि न्यायालय में किस तरह से इस प्रकरण की सुनवाई आगे बढ़ती है, लेकिन इतना तय है कि पुलिस ने अपनी जिम्मेदारी पूरी गंभीरता से निभाई है और एक नई उम्मीद को जन्म दिया है।

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