Thu, 06 Mar 2025 18:54:13 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: रामनगर थाना क्षेत्र में एक पेट्रोल पंप मालिक के साथ 1.20 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। रामनगर भीटी स्थित राम-रघुवर एनर्जी स्टेशन के मालिक पीयूष सोनकर ने यह शिकायत दर्ज कराई है। घटना जुलाई 2024 की है, लेकिन पीड़ित ने 8 महीने बाद पुलिस को इसकी जानकारी दी। फिलहाल पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पीड़ित पीयूष सोनकर ने बताया कि 24 जुलाई 2024 को उनके मोबाइल पर एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया। कॉलर ने कहा कि उसकी कई ट्रकें चलती हैं और वह पीयूष के पेट्रोल पंप पर डीजल भरवाना चाहता है। इसके लिए उसने पीयूष के नंबर पर 60 हजार और 90 हजार रुपये दो बार में ट्रांसफर करने का दावा किया। पीयूष ने इस पर सहमति जताई।
हालांकि, शाम को उसी व्यक्ति ने फिर से फोन करके कहा कि ट्रकें नहीं आ पाएंगी और पैसे वापस करने को कहा। जब पीयूष ने ट्रकों के न आने का कारण पूछा तो वह व्यक्ति टालमटोल करने लगा और पैसे वापस मांगने लगा। इसके बाद पीयूष ने उससे यूपीआई आईडी मांगी, जिस पर उसने बेलीम रेहाना मकबुल नाम की यूपीआई आईडी दी।
पीयूष ने बताया कि उन्होंने बेलीम रेहाना मकबुल की यूपीआई आईडी पर कुल 1.20 लाख रुपये 7 बार में ट्रांसफर किए। इसमें 2000, 18000, 30000 रुपये के अलावा टकेश्वर चतुर्वेदी के अकाउंट में 5000 रुपये, दो बैंक आईडी पर 5-5 बार में 50000 रुपये, रोहित पवन नागरारे के अकाउंट में 5000 रुपये और एक बैंक आईडी में चार बार में 20000 रुपये ट्रांसफर किए गए।
पीयूष ने आगे बताया कि जब ऑनलाइन ट्रांसफर रुक गया तो वह बैंक पहुंचे। वहां उन्होंने 60 हजार और 90 हजार रुपये आने का स्टेटस चेक किया तो पता चला कि उनके अकाउंट में ऐसा कोई पैसा नहीं आया। इसके बाद उन्हें फ्रॉड का एहसास हुआ। उन्होंने उस नंबर पर दोबारा कॉल किया, लेकिन सही जानकारी नहीं मिली। 8 महीने तक अपने स्तर पर कोई सफलता नहीं मिलने के बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
इस मामले में थाना प्रभारी राजू सिंह ने बताया कि भीटी स्थित बीपीसीएल पेट्रोल पंप मालिक ने ठगी की शिकायत दर्ज कराई है। इस पर बीएनएस की धारा 318(2) और 318(4) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आखिरकार इस मामले की रिपोर्ट 8 महीने बाद क्यों दर्ज कराई गई।
यह मामला एक बार फिर ऑनलाइन फ्रॉड और साइबर ठगी के खतरों को उजागर करता है। पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी अज्ञात व्यक्ति को पैसे ट्रांसफर करने से पहले सत्यापन करने की सलाह दी है।