Sat, 24 May 2025 21:59:52 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: रामनगर/ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध रामनगर थाना क्षेत्र का पंचवटी इलाका इन दिनों एक गंभीर सामाजिक समस्या से जूझ रहा है। पंचवटी रामलीला मैदान, पंपासर (भीटी) स्थित हनुमान मंदिर और उसके आसपास के इलाके में नशेड़ी तत्वों का दबदबा तेजी से बढ़ता जा रहा है। यह क्षेत्र अब शाम ढलते ही नशे का अड्डा बन जाता है, जहां विभिन्न नशे के आदी लोग एकत्र होकर क्षेत्र के सामाजिक माहौल को बिगाड़ रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों और दुकानदारों के अनुसार, शाम होते ही इस इलाके में शराब, गांजा और अन्य नशीले पदार्थों का खुलेआम सेवन शुरू हो जाता है। नशे की हालत में यह तत्व दुकानों पर जाकर गाली-गलौज करते हैं, आपस में लड़ते-झगड़ते हैं, और महिलाओं व बच्चों के सामने भी शर्मनाक हरकतें करने से नहीं चूकते। आए दिन की यह घटनाएं अब लोगों के लिए मानसिक पीड़ा और भय का कारण बन चुकी हैं।
क्षेत्रीय दुकानदारों ने बताया कि नशेड़ियों की उपस्थिति के कारण ग्राहक भी इस इलाके में आने से कतराने लगे हैं, जिससे उनके व्यवसाय पर प्रतिकूल असर पड़ा है। कई बार नशे में धुत व्यक्तियों ने दुकानों से सामान उठाने की कोशिश की है या भुगतान किए बिना भागने का प्रयास किया है। इसके अलावा, धार्मिक स्थल जैसे हनुमान मंदिर के पास भी नशे का माहौल बना रहना, स्थानीय लोगों की आस्था के साथ खुला मजाक है।
स्थानीय निवासी लंबे समय से इस स्थिति को लेकर चिंता जता रहे हैं। उनका कहना है कि कई बार पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन कोई ठोस और नियमित कार्रवाई नहीं हो सकी है। लोगों का विश्वास अब इस बात पर टिक गया है कि अगर समय रहते प्रशासन ने कोई कठोर कदम नहीं उठाया, तो यह इलाका पूरी तरह अपराध और नशे की गिरफ्त में चला जाएगा।
जनता की ओर से यह भी मांग की जा रही है कि पंचवटी इलाके में शाम के समय नियमित पुलिस गश्त सुनिश्चित की जाए, ताकि नशेड़ी तत्वों पर अंकुश लगाया जा सके और स्थानीय लोग शांति और सुरक्षा का अनुभव कर सकें। साथ ही, इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगाने, नशा मुक्ति अभियान चलाने और युवाओं के लिए खेलकूद या सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने की दिशा में भी प्रशासन को पहल करनी चाहिए।
रामनगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पंचवटी जैसे संवेदनशील इलाकों में यदि प्रशासन ने समय रहते सख्ती नहीं दिखाई, तो स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है। नशा न केवल व्यक्ति को बल्कि पूरे समाज को खोखला करता है, और यह अब सिर्फ एक स्थानीय समस्या नहीं बल्कि सामाजिक संकट बनता जा रहा है। जरूरत है ठोस इच्छाशक्ति, निरंतर निगरानी और जनसहयोग की, जिससे वाराणसी जैसे सांस्कृतिक नगरी की गरिमा को नशे की धुंध में डूबने से बचाया जा सके।
स्थानीय लोग आशा कर रहे हैं कि प्रशासन इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेकर जल्द ही सख्त कदम उठाएगा और पंचवटी क्षेत्र को नशेड़ियों से मुक्त कराने की दिशा में ठोस कार्रवाई करेगा।