Wed, 28 May 2025 12:57:43 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: एक बार फिर कोरोना संक्रमण ने दस्तक दी है, और इस बार यह नया वेरिएंट है। NB 1.8.1. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ (IMS) के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में कार्यरत एक रेजिडेंट डॉक्टर और एक अन्य कर्मचारी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया है। दोनों संक्रमितों को फिलहाल आइसोलेशन में रखा गया है और चिकित्सकीय निगरानी में उपचार जारी है। इससे संबंधित क्षेत्र को सैनिटाइज किया जा रहा है और संभावित संपर्क में आए सभी व्यक्तियों की पहचान कर उनकी स्क्रीनिंग की जा रही है।
बीएचयू अस्पताल की सुपर स्पेशलिटी बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर कोरोना की जांच का विशेष काउंटर सक्रिय किया गया है, जहां संदिग्ध मरीजों की जांच की जा रही है। माइक्रोबायोलॉजी विभाग के डॉक्टरों के अनुसार यह वेरिएंट NB 1.8.1 वाराणसी में पहली बार सामने आया है, जिससे चिंता का विषय यह है कि यह वेरिएंट पहले से अधिक संक्रामक हो सकता है।
इस बीच तीन अन्य आम नागरिकों की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई है, जिससे यह स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि संक्रमण धीरे-धीरे एक बार फिर शहर में फैलने लगा है। डॉक्टरों ने विशेष रूप से उन लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है जो हाल ही में दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र या विदेश यात्रा से लौटे हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि यदि किसी व्यक्ति को सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार या गंध और स्वाद में कमी जैसे लक्षण दिखें, तो वह तुरंत कोरोना जांच केंद्र जाकर रिपोर्ट करवाए। इसमें देरी किसी गंभीर स्थिति को जन्म दे सकती है। इसके साथ-साथ डॉक्टरों ने यह भी कहा है कि सावधानी बरतना ही फिलहाल सबसे प्रभावी उपाय है – मास्क पहनें, भीड़भाड़ से बचें, नियमित रूप से हाथ धोते रहें और सार्वजनिक स्थानों पर दूरी बनाए रखें।
वाराणसी, एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल होने के कारण यहां देश-विदेश से भारी संख्या में लोग आते हैं। तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान जैसे राज्यों से लगातार पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं, जिनमें विदेशी पर्यटकों की संख्या भी उल्लेखनीय है। ऐसे में संक्रमण के फैलाव की संभावना और बढ़ जाती है। इस संदर्भ में स्वास्थ्य विभाग ने BHU के बाहर विशेष कैंप लगाकर टूरिस्ट्स की थर्मल स्क्रीनिंग शुरू करने की योजना बनाई है, ताकि संभावित संक्रमितों को समय रहते चिन्हित कर अलग किया जा सके।
स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता से अपील की है कि अफवाहों से बचें, पैनिक न फैलाएं और केवल अधिकृत स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि महामारी अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है, और इसकी लहर किसी भी समय फिर से तेजी से लौट सकती है।
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि जरूरत पड़ी तो संक्रमित क्षेत्रों में माइक्रो-कंटेनमेंट जोन बनाकर सख्ती बरती जाएगी। साथ ही स्कूल, कॉलेज और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है।
इस समय सबसे जरूरी है, सतर्कता, जागरूकता और सहयोग। वाराणसी जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक शहर में संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी नागरिकों का साथ देना अत्यंत आवश्यक है। किसी भी लक्षण को हल्के में न लें, स्वास्थ्य जांच जरूर कराएं, और अपने साथ-साथ अपने परिवार और समाज की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
यूपी खबर अपने पाठकों से ये अपील करता है, कि खुद भी सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सतर्क करें। कोरोना का नया वेरिएंट गंभीर हो सकता है, पर समय रहते जांच और सावधानी से इसे फैलने से रोका जा सकता है।