Wed, 04 Jun 2025 21:13:52 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: नगर निगम मानसून से पहले शहर की जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में पूरी मुस्तैदी से जुटा हुआ है। शहर के नालों पर हो रहे अवैध कब्जों को हटाने के लिए निगम ने सघन अभियान छेड़ रखा है, जो लगातार चौथे दिन भी प्रभावी ढंग से जारी रहा। सोमवार को सिगरा और रामनगर क्षेत्रों में नगर निगम की टीमों ने जेसीबी मशीनों की मदद से नालों पर किए गए अतिक्रमण को ध्वस्त किया। इस अभियान की अगुवाई सिगरा क्षेत्र में जोनल अधिकारी जितेंद्र आनंद और रामनगर क्षेत्र में जोनल अधिकारी मनोज कुमार ने की।
सिगरा में संपूर्णानंद सिगरा स्टेडियम के सामने मुख्य सड़क पर चल रहे इस अभियान को लेकर दुकानदारों, विशेष रूप से साड़ी कारोबारियों ने नगर निगम की कार्रवाई का विरोध करने की कोशिश की। हालांकि, पहले से मौजूद पुलिस बल की सख्त निगरानी के चलते विरोध की कोई कोशिश काम नहीं आई और निगम की टीम ने सख्ती से नाले पर बने अस्थायी ढांचों को गिरा दिया। यह कार्रवाई सिगरा तिराहे से लेकर गांधी आश्रम तक फैले क्षेत्र में की गई, जहां फुटपाथ और नाले दोनों पर कई दुकानदारों ने कब्जा कर रखा था।
इस कार्रवाई के बाद नगर निगम की टीम ने रामनगर का रुख किया। वहां रामनगर किला से लेकर चौक तक दोनों ओर की पटरी पर अतिक्रमण कर बनाए गए ढांचों को जेसीबी की मदद से तोड़ा गया। मनोज कुमार के नेतृत्व में निगम के प्रवर्तन दल और स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में यह पूरी कार्रवाई शांतिपूर्वक संपन्न हुई। कुछ लोगों ने विरोध करने की कोशिश की, लेकिन सख्त निगरानी और प्रशासन की तत्परता के कारण किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं हो सकी।
नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि अब तक 58 स्थलों पर नालों पर किए गए अतिक्रमण की पहचान की जा चुकी है। इनमें से अधिकांश स्थानों पर तोड़फोड़ की कार्रवाई पूरी हो चुकी है, और शेष पर अभियान जारी है। उन्होंने यह भी बताया कि जिन लोगों ने नालों पर अवैध निर्माण कर रखा था, उनके खिलाफ जुर्माना भी लगाया जा रहा है। इसके साथ ही दुकानदारों को सख्ती से हिदायत दी जा रही है कि वे प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग न करें। इस दिशा में भी नगर निगम ने सघन निगरानी अभियान शुरू कर दिया है, और कई दुकानों पर छापेमारी कर जुर्माना भी लगाया गया है।
रामनगर क्षेत्र में कार्यवाही के दौरान संवाददाता ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के दौरान कुछ स्थानीय लोगों ने विरोध प्रकट करने की कोशिश की, लेकिन नगर निगम की प्रवर्तन टीम और पुलिस की दृढ़ उपस्थिति के कारण वे कोई व्यवधान नहीं पैदा कर सके। अधिकारियों ने मौके पर लोगों को समझाया और चेतावनी दी कि भविष्य में किसी भी प्रकार का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जोनल अधिकारी मनोज कुमार ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि नगर निगम की प्राथमिकता है कि शहर को स्वच्छ और सुचारु रूप से जल निकासी योग्य बनाया जाए, जिससे आने वाले मानसून में किसी प्रकार की जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो।
वाराणसी जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक नगर की स्वच्छता एवं पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने की दिशा में नगर निगम का यह कदम निश्चित रूप से सराहनीय है। शहर के नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाएं और नगर निगम के अभियान में सहयोग करें, ताकि पूरे शहर में स्वच्छता और जनहित की भावना को मजबूती मिले।