Mon, 09 Jun 2025 14:37:47 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी, 09 जून 2025: नगर निगम वाराणसी के रामनगर जोन में सोमवार को एक व्यापक और सख्त अभियान चलाया गया, जिसने क्षेत्र में बेतरतीब ढंग से सड़क किनारे लगने वाले अवैध ठेलों और दुकानों के खिलाफ सीधे कार्रवाई करके पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। रामनगर चौक चौराहा से लेकर शास्त्री चौक तक का क्षेत्र जहां वर्षों से जाम, गंदगी और अतिक्रमण की समस्या से जूझ रहा था, वहां आज नगर निगम की सख्त निगरानी और अनुकरणीय कार्रवाई ने व्यवस्था का नया अध्याय लिखा।
इस विशेष मुहिम का नेतृत्व नगर निगम के खाद्य एवं सफाई निरीक्षक विवेक वोहरा कर रहे थे। हमारे न्यूज़ रिपोर्ट संवाददाता से मिली जानकारी के अनुसार, जैसे ही निगम की टीम मौके पर पहुंची, वहां अवैध रूप से फूटपाथ और सड़कों पर ठेले और दुकानें लगाने वालों में अफरा-तफरी मच गई। कुछ लोग तुरंत अपनी दुकान समेटने लगे तो कुछ निगम टीम से माफी मांगते नजर आए।
साफ निर्देश दिए गए कि अब सड़कों पर किसी भी तरह का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस अभियान के तहत न केवल प्लास्टिक का उपयोग करने वालों पर 1500 रुपये का जुर्माना लगाया गया, बल्कि कई दुकानदारों को चेतावनी पत्र भी जारी किए गए।
इस दौरान सफाई सुपरवाइजर जयप्रकाश शास्त्री, संजय पाल, ओमप्रकाश यादव, तथा सफाई सहायक सत्यवान राय, रिंकू कुमार, विमलेश कुमार, सेराज खान, यशवंत यादव और नगर निगम रामनगर जोन की पूरी टीम मौके पर तैनात रही। टीम ने दुकानों के बाहर फैली गंदगी को हटाया और ठेले वालों को निर्धारित स्थान पर व्यवस्थित संचालन के निर्देश दिए।
खाद्य निरीक्षक वीके वोहरा ने बताया, “यह अभियान सिर्फ एक दिन का नहीं है, यह एक सतत प्रक्रिया होगी। प्लास्टिक का इस्तेमाल, गंदगी फैलाना और सड़क पर कब्जा करना अब किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है। यह न केवल यातायात में बाधा डालता है, बल्कि स्वच्छता अभियान को भी कमजोर करता है।”
सफाई सुपरवाइजर संजय पाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “अब चेतावनियों का समय खत्म हो चुका है। जो भी दुकानदार अवैध रूप से सड़क घेरकर दुकान लगाएगा, उस पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।”
जयप्रकाश शास्त्री ने चेतावनी दी, “हम रोज़ाना मॉनिटरिंग कर रहे हैं। अगर किसी ने दोबारा वही गलती दोहराई, तो अगली बार सिर्फ जुर्माना नहीं, बल्कि जब्ती की कार्यवाही की जाएगी।”
ओमप्रकाश यादव ने दुकानदारों से बातचीत करते हुए कहा, “आपके व्यवसाय का सम्मान है, लेकिन वह जनहित के विरुद्ध नहीं होना चाहिए। साफ-सफाई और अनुशासन हर एक नागरिक का कर्तव्य है।”
इस अभियान का एक बड़ा उद्देश्य यह भी था कि लोगों को प्रतिबंधित प्लास्टिक के नुकसान के बारे में जागरूक किया जाए। प्लास्टिक न केवल भूमि की उर्वरता को नष्ट करता है, बल्कि जल स्रोतों में घुलकर जीव-जंतुओं की जान के लिए भी खतरा बनता है। साथ ही यह नालियों को जाम कर देता है, जिससे बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या विकराल रूप ले लेती है।
रामनगर क्षेत्र के निवासियों ने नगर निगम की इस कार्रवाई की सराहना की और उम्मीद जताई कि इस तरह की कार्रवाइयों से क्षेत्र में साफ-सफाई और यातायात व्यवस्था दोनों में सुधार होगा।
यह सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है। एक स्वच्छ, व्यवस्थित और जिम्मेदार रामनगर के निर्माण की दिशा में। नगर निगम की इस सक्रियता ने यह साबित कर दिया है कि जब प्रशासन जागता है, तो व्यवस्था भी मुस्कुराने लगती है।