Thu, 16 Jan 2025 23:03:56 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने वाराणसी दौरे के दौरान महाकुंभ 2025 और काशी तमिल संगमम के लिए चल रही तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास कार्यों और कानून-व्यवस्था से जुड़े कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी कार्य समय पर और गुणवत्ता के साथ पूरे किए जाएं।
महाकुंभ के श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था : सीएम योगी ने निर्देश दिए कि महाकुंभ के दौरान वाराणसी आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने रुकने के स्थानों पर अलाव, साफ-सफाई, शौचालय और पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। बस स्टैंड और सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ नियंत्रण और यातायात प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने का आदेश दिया गया।
काशी तमिल संगमम को सफल बनाने के निर्देश : मुख्यमंत्री ने काशी तमिल संगमम के सफल आयोजन के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति और समन्वय सुनिश्चित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि आयोजन के दौरान सभी व्यवस्थाएं बेहतरीन होनी चाहिए ताकि लोग सकारात्मक अनुभव लेकर जाएं।
कानून-व्यवस्था और नशा विरोधी अभियान पर फोकस : सीएम योगी ने पुलिस प्रशासन को सतर्क रहने और 24 घंटे गश्त सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने नशा विरोधी अभियान को सख्ती से लागू करने और हुक्का बार जैसे अवैध धंधों पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा। साथ ही, साइबर अपराधों से निपटने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की बात भी कही।
विकास कार्यों की प्रगति पर जोर : मुख्यमंत्री ने वरुणा रिवर फ्रंट, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम और मेडिकल कॉलेज जैसी परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने लंबित परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने और जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के निर्देश दिए।
शेल्टर होम का निरीक्षण : सीएम योगी ने वाराणसी में शेल्टर होम का दौरा किया और वहां की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ठंड के दौरान कोई भी व्यक्ति खुले में न सोए। शेल्टर होम में बिस्तर, कंबल और साफ-सफाई की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए।
काशी विश्वनाथ मंदिर में विशेष निर्देश : मुख्यमंत्री ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर में दर्शन के दौरान कोई असुविधा न हो, इसे प्राथमिकता से सुनिश्चित किया जाए। यह दौरा महाकुंभ और अन्य विकास कार्यों को लेकर प्रशासन की तैयारी को तेज करने और व्यवस्था को सुचारू बनाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।