Sat, 31 May 2025 20:32:45 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ (आईएमएस) में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जिससे संस्थान और प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। ताजा मामला एक मेडिकल छात्र का है, जिसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। यह बीते चार दिनों में चौथा केस है जो आईएमएस से सामने आया है। इससे पहले तीन अन्य छात्र भी संक्रमित पाए जा चुके हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुष्टि की है कि यह छात्र आईएमएस परिसर में रह रहा था और लक्षण दिखने के बाद उसकी जांच की गई थी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे आइसोलेट कर दिया गया है और संपर्क में आए अन्य छात्रों की जांच की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने तत्काल प्रभाव से संबंधित हॉस्टल को सैनेटाइज कराने का निर्देश दिया है और संक्रमित छात्र के क्लासमेट्स व अन्य करीबी संपर्कों की पहचान कर उन्हें भी निगरानी में रखा जा रहा है।
कोरोना के इन लगातार बढ़ते मामलों ने न केवल छात्रों में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है, बल्कि प्रशासन के लिए भी यह एक नई चुनौती बनकर उभरा है। विश्वविद्यालय परिसर में पहले से ही कोविड प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य किया गया है, लेकिन इन ताजा मामलों के बाद निगरानी और सतर्कता और अधिक बढ़ा दी गई है। आईएमएस प्रशासन ने सभी छात्रों और स्टाफ को मास्क पहनने, भीड़भाड़ से बचने और नियमित रूप से हाथ धोने जैसे कोविड नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष वाराणसी में कोरोना के मामलों में फिर से वृद्धि देखी जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि बदलते मौसम और लापरवाही की वजह से संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। आईएमएस जैसे बड़े मेडिकल संस्थान में एक के बाद एक कोरोना मामले सामने आना इस बात का संकेत है कि महामारी का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता से भी अपील की है कि कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं और संक्रमित पाए जाने पर स्वयं को आइसोलेट करें। इसके साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा एक बार फिर छात्रों के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाने और नियमित जांच की योजना बनाई जा रही है, ताकि संक्रमण को समय रहते रोका जा सके।
कोरोना के इन नए मामलों ने याद दिला दिया है कि महामारी भले ही नियंत्रण में हो, लेकिन इसकी वापसी की आशंका बनी रहती है। ऐसे में सतर्कता और सावधानी ही एकमात्र उपाय है जिससे इस संक्रमण से बचा जा सकता है। आईएमएस बीएचयू प्रशासन अब हालात पर करीब से नजर बनाए हुए है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
सौजन्य- NEWS REPORT