वाराणसी: पेशी के दौरान पुलिस को चकमा देकर भागा आरोपी, घेराबंदी कर पुलिस ने किया गिरफ्तार

वाराणसी जिला न्यायालय में पेशी के दौरान एक आरोपी पुलिस को चकमा देकर भाग गया, लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उसे अर्दली बाजार क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया, आरोपी पर मारपीट का मामला दर्ज था।

Thu, 29 May 2025 20:03:26 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी: जिला न्यायालय में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई जब एक आरोपी पेशी के दौरान पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। हालांकि, कुछ ही देर बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उसे अर्दली बाजार क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान पांडेयपुर की नई बस्ती निवासी धर्मराज, पुत्र मुंशीलाल, के रूप में हुई है, जिसके खिलाफ कैंट थाना क्षेत्र में मारपीट का मामला दर्ज था।

इस मामले में धर्मराज की लंबे समय से कोर्ट में पेशी नहीं हो रही थी, जिस पर अदालत ने गैर-जमानती वारंट (NBW) जारी किया था। इसके आधार पर बुधवार को लालपुर-पांडेयपुर थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। गुरुवार को हेड कांस्टेबल हीरालाल यादव और प्रांतीय रक्षक दल (PRD) के जवान हीरालाल उसे सुरक्षा अभिरक्षा में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) कोर्ट में पेश करने के लिए लाए। सुनवाई के बाद CJM ने धर्मराज को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया।

कोर्ट से बाहर निकलते समय आरोपी ने पुलिसकर्मियों को चकमा देकर भागने की कोशिश की। यह घटना जिला न्यायालय परिसर में मौजूद सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। आरोपी के भागते ही दोनों सुरक्षाकर्मी हरकत में आए और तत्काल उसका पीछा किया। भागते हुए आरोपी ने अर्दली बाजार इलाके की ओर रुख किया, जहां पुलिस ने गली में घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया।

पकड़े जाने के बाद धर्मराज को पूछताछ के लिए कुछ समय पुलिस अभिरक्षा में रखा गया, जहां उससे फरारी की योजना और मंशा को लेकर सवाल पूछे गए। पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक पूछताछ में यह सामने आया है कि आरोपी ने पहले से कोर्ट परिसर से भागने की योजना बनाई थी। हालांकि, पुलिसकर्मियों की सतर्कता से वह ज्यादा दूर नहीं भाग सका।

धर्मराज को दोबारा हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने उसे कड़ी सुरक्षा के बीच जिला जेल भेज दिया है। घटना के बाद कोर्ट परिसर में मौजूद लोगों में कुछ समय के लिए हड़कंप की स्थिति बन गई थी, लेकिन पुलिस की तत्परता से स्थिति जल्द ही सामान्य हो गई। अब पुलिस विभाग मामले की पूरी जांच कर रहा है कि सुरक्षा व्यवस्था में चूक कहां और कैसे हुई। साथ ही, संबंधित पुलिसकर्मियों की भूमिका की भी समीक्षा की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

इस घटना ने एक बार फिर कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की आवश्यकता पर बल दिया है। न्यायिक प्रक्रियाओं के दौरान सुरक्षा में मामूली लापरवाही भी गंभीर परिणाम ला सकती है। वाराणसी पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे और दोषियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई पर भी विचार किया जा रहा है।

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