Mon, 07 Apr 2025 13:09:45 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: शहर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन लगातार गंभीर दिखाई दे रहा है, लेकिन जब सुरक्षा के प्रहरी ही नींद में डूब जाएं, तो सवाल खड़े होना लाजिमी है। रविवार रात वाराणसी कमिश्नरेट में एक ऐसा ही मामला सामने आया जिसने पुलिस महकमे को झकझोर कर रख दिया।
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल की रात्रिकालीन चेकिंग अभियान ने वर्दी के भीतर छिपी लापरवाही की परतें खोल दीं। नतीजा यह रहा कि 11 दरोगा, 3 मुख्य आरक्षी और 2 आरक्षी, कुल 16 पुलिसकर्मियों को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। इनमें से सबसे ज्यादा – पांच दरोगा, लालपुर पांडेयपुर थाने में तैनात थे।
क्यों हुई कार्रवाई:
यह कार्रवाई अचानक हुए रात के औचक निरीक्षण के दौरान सामने आई, जब कमिश्नरेट के कई इलाके गश्त के दौरान पुलिसकर्मियों की अनुपस्थिति में खाली पड़े मिले। कमिश्नर की टीम जब इन स्थानों पर पहुंची, तो न तो वहां गश्ती पुलिस दिखी, न ही सुरक्षा व्यवस्था की कोई सक्रियता। शहर की सुरक्षा को मजाक समझने वालों पर यह एक सीधी और सख्त चेतावनी है।
क्राइम मीटिंग में गरजी कमिश्नर की चेतावनी
रविवार की रात यातायात पुलिस लाइन के सभागार में आयोजित क्राइम मीटिंग में मोहित अग्रवाल ने यह कार्रवाई की घोषणा करते हुए कहा, कि लापरवाही और अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिनके कंधों पर शहर की सुरक्षा का जिम्मा है, अगर वही जिम्मेदारी से मुंह मोड़ेंगे तो कार्रवाई तय है।
इसके साथ ही उन्होंने सभी थानाध्यक्षों को निर्देशित किया कि प्रत्येक माह थाना स्तर पर सैनिक सम्मेलन आयोजित किया जाए, ताकि पुलिसकर्मियों की व्यक्तिगत और विभागीय समस्याओं का समय पर समाधान हो सके।
सिपाही भी जानें शासन की मंशा
कमिश्नर ने कहा कि सिर्फ अफसर ही नहीं, बल्कि हर सिपाही को भी शासन की मंशा, डीजीपी के आदेश और जिले के अधिकारियों के निर्देशों की जानकारी होनी चाहिए। इसके लिए हर थाने में कर्मचारी शिकायत निवारण रजिस्टर अनिवार्य रूप से तैयार किया जाएगा।
निलंबित किए गए पुलिसकर्मी – ये हैं वो नाम जिन पर गिरी गाज:
✅शिवपुर थाना: दरोगा प्रवीण सचान, आकाश सिंह
✅कैंट थाना: दरोगा आलोक कुमार, योगेंद्र नाथ मिश्रा; मुख्य आरक्षी अखिलेश यादव, राम कुमार सिंह, मनीष श्रीवास्तव
✅मंडुवाडीह थाना: दरोगा अजय त्यागी
✅लोहता थाना: दरोगा विश्वास चौहान
✅लालपुर पांडेयपुर थाना: दरोगा चंद्रेश प्रसाद, अमृत राज, किशन सोनी, सैंकी प्रसाद, मनीष कुमार चौधरी; आरक्षी मनीष कुमार तिवारी
✅दशाश्वमेध थाना: आरक्षी रामचंद्र
संदेश साफ है – अब लापरवाही नहीं चलेगी
वाराणसी कमिश्नरेट की इस कार्रवाई ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि अब "ढीलापन और लापरवाही" को कोई जगह नहीं मिलने वाली। ड्यूटी से गायब रहना अब महंगा पड़ेगा, और इसकी शुरुआत हो चुकी है।
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