Thu, 22 May 2025 21:49:59 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
कानपुर, 22 मई 2025: गोविंद नगर विधानसभा क्षेत्र के माननीय विधायक श्री सुरेन्द्र मैथानी एक गंभीर सुरक्षा उल्लंघन के मामले को लेकर चर्चा में हैं। विधायक मैथानी ने आरोप लगाया है कि उनकी निजी फॉर्च्यूनर गाड़ी से, उत्तर प्रदेश विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी आधिकारिक पास चोरी हो गया है। यह घटना उस समय की है जब उनका वाहन नियमित सर्विस के लिए कानपुर के एक अधिकृत टोयोटा सर्विस सेंटर में जमा किया गया था। इस मामले को लेकर विधायक ने थाना महाराजपुर में प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज कराने के लिए औपचारिक तहरीर दी है और तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
विधायक ने जानकारी दी कि उनका वाहन, जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर UP 78 FF 1111 है, दिनांक 17 मई 2025 को सुबह 11 बजे, "सनी टोयोटा" सर्विस सेंटर में सर्विसिंग के लिए जमा किया गया था। यह सर्विस सेंटर एनएच-2 पर, रूमा औद्योगिक क्षेत्र, इलाहाबाद रोड, रामादेवी चौराहे से करीब 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। चार दिनों की सर्विसिंग के पश्चात, 21 मई की शाम लगभग 7 बजे जब गाड़ी उन्हें वापस सौंपी गई, तो उसमें लगा उत्तर प्रदेश विधानसभा का पास गायब पाया गया।
विधायक ने इस संबंध में तुरंत संबंधित कंपनी प्रबंधन से संपर्क साधा। कंपनी के प्रतिनिधियों ने मौखिक रूप से यह जानकारी दी कि सीसीटीवी फुटेज के अनुसार जब गाड़ी परिसर में दाखिल हुई थी, तब उस पर विधानसभा पास स्पष्ट रूप से चस्पा था, लेकिन जब वाहन बाहर गया, तब वह पास नहीं था। कंपनी प्रबंधन ने इस चोरी की पुष्टि करते हुए जांच की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही है। हालांकि अभी तक किसी तरह की आधिकारिक रिपोर्ट या निष्कर्ष सार्वजनिक नहीं किया गया है।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए विधायक मैथानी ने FIR में स्पष्ट आशंका जताई है कि उनके नाम पर निर्गत यह विधानसभा पास असामाजिक तत्वों या आपराधिक गिरोहों द्वारा किसी गैरकानूनी गतिविधि के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने इसे केवल व्यक्तिगत चोरी का मामला नहीं बल्कि राज्य की सुरक्षा से जुड़ा मामला बताया है और पुलिस प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनके अनुसार, विधानसभा पास का दुरुपयोग बड़े पैमाने पर सुरक्षा तंत्र को प्रभावित कर सकता है, विशेषकर तब, जब वह किसी संवेदनशील स्थल तक प्रवेश के लिए प्रयोग में लाया जाए।
विधायक ने अपनी तहरीर में यह भी स्पष्ट किया कि घटना के समय गाड़ी पूरी तरह से सर्विस सेंटर के नियंत्रण में थी, अतः इस पूरे घटनाक्रम की जिम्मेदारी भी सर्विस सेंटर के प्रबंधन की ही बनती है। उन्होंने मांग की है कि सीसीटीवी फुटेज की विस्तृत जांच कर, पास के गायब होने की कड़ी जांच की जाए और दोषियों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाए।
इस गंभीर प्रकरण की जानकारी विधायक ने उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री सतीश महाना तथा पुलिस आयुक्त, कानपुर नगर को भी औपचारिक रूप से प्रेषित की है, ताकि उच्च स्तर पर भी इस मामले की निगरानी की जा सके और राज्य की सुरक्षा से किसी प्रकार का समझौता न हो।
इस घटना ने वाहन सर्विसिंग से जुड़े सुरक्षा मानकों, जिम्मेदारियों और प्रोटोकॉल पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जांच एजेंसियां कितनी तत्परता से इस संवेदनशील मामले को सुलझा पाती हैं और विधानसभा जैसे उच्चस्तरीय पास की सुरक्षा में हुई चूक के लिए किसे जवाबदेह ठहराया जाता है।