Tue, 21 Jan 2025 12:47:09 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर की उपस्थिति ने एक महत्वपूर्ण राजनीतिक संकेत दिया है। ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के साथ, जयशंकर की प्रथम पंक्ति में सीट ने यह साबित किया कि भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते लगातार प्रगति कर रहे हैं।
इस समारोह में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका भी अहम मानी जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका के साथ द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत बनाने की नीति का यह एक और संकेत था। शपथ ग्रहण समारोह में एस. जयशंकर की उपस्थिति से यह स्पष्ट होता है कि भारत और अमेरिका के बीच आपसी सहयोग और साझेदारी में और अधिक मजबूती आने वाली है।
एस.जयशंकर की इस समारोह में मौजूदगी को न केवल एक कूटनीतिक कदम के रूप में देखा जा सकता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत और अमेरिका के रिश्ते एक नए और मजबूत मुकाम पर पहुँच रहे हैं। जयशंकर ने अपनी उपस्थिति से यह संकेत दिया कि भारत अमेरिका के साथ साझेदारी को और प्रगति देने के लिए प्रतिबद्ध है।
अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत की स्थिति को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर की नीतियों का अहम योगदान है। शपथ ग्रहण समारोह में जयशंकर की उपस्थिति यह दर्शाती है कि भारत को वैश्विक राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान मिल रहा है।
इस आयोजन ने यह साबित किया कि भारत की कूटनीतिक रणनीति अमेरिका के साथ और अधिक मजबूत होगी और दोनों देशों के रिश्तों में नया आयाम जुड़ा है।