Sun, 04 May 2025 20:03:50 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
बरेली: शाही थाना क्षेत्र के आनंदपुर गांव में शनिवार रात एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया। एक शादी समारोह से लौटते समय तेज रफ्तार कार की टक्कर में तीन किशोरों की मौके पर और अस्पताल में मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है। यह हादसा धनेटा-शीशगढ़ रोड पर रात करीब डेढ़ बजे हुआ, जब फिदाईपुर गांव से बरात बजाकर लौट रहे किशोर बैंड की ठेली और जनरेटर आनंदपुर स्थित दुकान तक ले जा रहे थे।
बताया जा रहा है कि शिवा बैंड नामक दुकान, जो बकैनिया वीरपुर निवासी हरिओम वर्मा के स्वामित्व में है, उसी से जुड़े ये किशोर कार्यक्रम से लौट रहे थे। हादसे में सबसे पहले जान गंवाने वालों में शामिल रहा 16 वर्षीय रोहित कुमार, जो हरिओम वर्मा का भतीजा था। वह कक्षा सात का छात्र था और अपने दो भाइयों व एक बहन में सबसे बड़ा था। बरात में अपने ताऊ के साथ जाने के लिए उसने स्कूल से आने के बाद शाम को ही तैयारियां कर ली थीं।
हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने चार अन्य किशोरों मोहित, सचिन, संजीव और दशरथ को इलाज के लिए अस्पताल भेजा। अस्पताल ले जाते समय 10 वर्षीय मोहित, जो गांव के ही कल्याण का पुत्र था और कक्षा चार में पढ़ता था, ने दम तोड़ दिया। वहीं 12 वर्षीय सचिन, गंगाराम का पुत्र, अस्पताल में इलाज के दौरान जिंदगी की जंग हार गया। इन तीनों मासूमों की मौत ने पूरे गांव को गहरे शोक में डाल दिया है। रोहित, मोहित और सचिन अपने-अपने परिवारों में क्रमशः सबसे बड़ा, दूसरा और सबसे छोटा संतान थे, जिनकी आकस्मिक मौत से परिवार पर पहाड़ टूट पड़ा है।
हादसे की सूचना मिलते ही शाही थाना पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए फरार वाहन की तलाश शुरू की। घटनास्थल पर मिले सुरागों के आधार पर पुलिस ने तेज रफ्तार से ठेली में टक्कर मारकर भाग रही ईको कार को दुनका क्षेत्र के बिहारीपुर मोड़ पर पकड़ लिया। हालांकि, कार का चालक फरार होने में सफल रहा। पुलिस का कहना है कि यह गाड़ी शीशगढ़ थाना क्षेत्र की है और चालक की तलाश जारी है। थाना अध्यक्ष अमित कुमार बालियान ने बताया कि मृतक रोहित के पिता महेंद्र पाल की शिकायत पर अज्ञात वाहन चालक के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है और जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
रविवार का दिन गांव के लिए अत्यंत दुखद और भावुक रहा। पूरे गांव में सन्नाटा पसरा रहा और लोगों ने आपसी सहयोग से पीड़ित परिवारों को ढांढ़स बंधाया। तीनों किशोरों के शवों का रविवार शाम एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। गांव के लोग इन बच्चों की पुरानी यादों को साझा करते हुए गहरे दुःख में डूबे रहे।
यह घटना न सिर्फ एक परिवार, बल्कि पूरे गांव के लिए गहरा जख्म बनकर उभरी है। अब सभी की निगाहें पुलिस की जांच और आरोपी की गिरफ्तारी पर टिकी हैं, ताकि इन मासूमों को न्याय मिल सके।