शाहजहांपुर: चाईनीज मांझे ने ली एक नौजवान कांस्टेबल की जान

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Sat, 11 Jan 2025 15:17:31 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के चौक कोतवाली अजीजगंज इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक सिपाही की गर्दन चाइनीज मांझे से कट गई और वह सड़क पर तड़पता रहा। यह घटना न केवल पुलिस बल के लिए एक बड़ा सदमा है, बल्कि समाज में चाइनीज मांझे के खतरनाक उपयोग को लेकर गंभीर सवाल उठाती है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आज शनिवार को सुबह,अमरोहा के रहने वाले शाहरुख पुलिस लाइन से किसी काम से बाइक पर जा रहे थे, तभी उनकी गर्दन में चाइनीज मांझा फंस गया। घटना चौक कोतवाली क्षेत्र के अजीजगंज की है।
मांझे से गर्दन कटने के बाद शाहरुख बाइक से सड़क पर गिर पड़े। आसपास के लोगों ने तुरंत कॉन्स्टेबल को राजकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह घटना पतंगबाजी में इस्तेमाल होने वाले खतरनाक चाइनीज मांझे के कारण हुई, जो कई बार जानलेवा साबित होता है।
प्रत्यक्षदर्शी सुमित दीक्षित ने बताया कि मैं दुकान के सामने खड़ा था। कॉन्स्टेबल बाइक से जा रहे थे, तभी एक तरफ पतंग कटकर आई। एक लड़के ने पतंग तोड़ ली और मांझा छोड़ दिया। मांझा सिपाही की गर्दन में लिपट गया। तभी किसी दूसरे बच्चे ने दूसरे छोर से मांझा खींच लिया।
सिपाही ने दूसरे हाथ से मंझा छुड़ाने की कोशिश की। लेकिन तब तक पूरी गर्दन कट गई और सिपाही बाइक से नीचे सड़क पर गिर पड़े। कुछ सेकेंड में उनकी मौत हो गई।

चाइनीज मांझा, जो सामान्यत: पतंग उड़ाने के लिए उपयोग किया जाता है, उसने कई जानें ली हैं। इसके निर्मित होने वाले तेज़ और खतरनाक धागे की वजह से यह कई बार दुर्घटनाओं का कारण बना है। चाइनीज मांझा आमतौर पर तलवार की तरह धारदार होता है, और यह न केवल पक्षियों के लिए खतरा है, बल्कि इंसानों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है। ऐसी घटनाएं समाज में चिंता का विषय बनी हुई हैं।

इस दर्दनाक घटना ने समाज में कई सवाल उठाए हैं। क्या हम इस खतरनाक मांझे के इस्तेमाल पर नियंत्रण नहीं लगा सकते? क्या संबंधित प्राधिकरण इस मुद्दे पर कार्रवाई करेंगे? स्थानीय लोगों के अनुसार, चाइनीज मांझा बाजार में आसानी से उपलब्ध है, फिर भी इसकी बिक्री पर कोई रोक नहीं है। यह घटना एक संकेत है कि हमें इस दिशा में इच्छाशक्ति के साथ कदम उठाने की जरूरत है।

चाइनीज मांझे के इस्तेमाल पर कई राज्यों में प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस मामले में भी ऐसा ही प्रतीत हो रहा है। जब तक कानून को सख्त नहीं किया जाता और इसका पालन नहीं किया जाता, तब तक ऐसी घटनाएँ होती रहेंगी। स्थानीय पुलिस प्रशासन को इस मामले में ज्यादा सक्रियता दिखानी होगी और इसके लिए ठोस कदम उठाने होंगे।

इस तरह की घटनाओं के बाद समाज में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। हमें यह समझना होगा कि फाल्स प्राइड या मस्ती के लिए किये जाने वाले प्रयास कभी-कभी जानलेवा साबित हो सकते हैं। परिवारों को बच्चों को इस संबंध में शिक्षा देने की जरुरत है ताकि वे इससे होने वाले हानियों से अवगत हों।
सिर्फ इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए शिक्षा ही नहीं, बल्कि एक ठोस योजना भी बनानी होगी। शासन को मांझे की बिक्री पर सख्ती से रोक लगाने की आवश्यकता है। साथ ही, आम लोगों को इसके खतरों के बारे में जागरूक करने के लिए अभियान चलाना होगा। सामुदायिक कार्यक्रमों के माध्यम से हम इस मुद्दे पर चर्चा कर सकते हैं और इसके समाधान खोज सकते हैं।

शाहजहांपुर में घटित यह घटना एक चेतावनी है कि हमें अपनी रक्षा करनी चाहिए और अपने समाज को इन खतरनाक चीजों से बचाना चाहिए। जब तक हम सभी एकजुट होकर इस समस्या का समाधान नहीं करेंगे, तब तक ऐसी घटनाएं घटती रहेंगी। हर एक नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह अपने आस-पास की स्थिति को समझे और दूसरों को भी जागरूक करे। हमें चाहिए कि हम चाइनीज मांझे जैसे खतरनाक उत्पादों के खिलाफ आवाज उठाएं और सुनिश्चित करें कि हमारी सड़कों पर कोई भी इस प्रकार के खतरों का शिकार न हो।

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