Mon, 20 Jan 2025 18:24:06 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
सम्भल : नखास थाना इलाके के रायसत्ती पुलिस चौकी में एक व्यक्ति की मौत हो गई,जिससे स्थानीय लोगों में गुस्सा फूट पड़ा। मृतक इरफान के परिजनों ने पुलिस पर टॉर्चर करने का आरोप लगाया और पुलिस चौकी में हंगामा शुरू कर दिया। सैकड़ों की संख्या में लोग चौकी के बाहर जमा हो गए।
घटना के बाद पुलिस प्रशासन की ओर से मौके पर नखास और असमोली थाना प्रभारी, असमोली सीओ कुलदीप सिंह और एएसपी श्रीश चंद्र ने पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। अधिकारियों ने गुस्साए परिजनों और भीड़ को समझाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
परिजनों का कहना है कि पुलिस ने इरफान को हिरासत में लेकर टॉर्चर किया, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। इरफान की पत्नी रेशमा ने बताया कि उनके पति बीमार थे, और उनका मुरादाबाद में इलाज चल रहा था। रेशमा के अनुसार, पुलिस ने उनके पति को बिना दवा खाए ही हिरासत में ले लिया। मृतक के बेटे आफरान रजा ने भी यही आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके पिता को जबरदस्ती पकड़कर ले लिया और दवा नहीं दी।
इस मामले में संभल के एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि इरफान को एक महिला द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर पूछताछ के लिए लाया गया था। महिला ने आरोप लगाया था कि इरफान ने उसकी संपत्ति के 6 लाख रुपये दिलवाए थे, जिन्हें वह वापस नहीं कर रहा था। पुलिस ने बताया कि इरफान ने दवा की मांग की थी, जिसे पुलिस ने तुरंत दी थी। हालांकि, इरफान को अस्पताल ले जाते समय उसकी तबीयत बिगड़ी और उसे दिल का दौरा पड़ा, जिससे उसकी मृत्यु हो गई।
एसपी ने टॉर्चर के आरोपों को नकारते हुए कहा कि यह आरोप पूरी तरह से निराधार हैं और मामले की जांच जारी है। पुलिस चौकी में लगे सीसीटीवी कैमरों से भी पुष्टि होती है कि इरफान को दवा दी गई थी।
पोस्टमार्टम के बाद ही इरफान की मौत के वास्तविक कारण का पता चलेगा, लेकिन एसपी का कहना है कि प्रथम दृष्टया दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हुई है।