Sat, 31 May 2025 22:23:22 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: रामनगर,सिख समाज की एकता, परिपक्वता और लोकतांत्रिक भावना का प्रतीक बना आज का दिन, जब रामनगर गुरुद्वारा सिंह सभा में हुए प्रतीकात्मक व ऐतिहासिक चुनाव में सरदार मंजीत सिंह “मन्नू” को दो वर्षों के लिए प्रबंधक कमेटी का नया प्रधान घोषित किया गया। यह चुनाव शाम 8 बजे गुरुद्वारा परिसर में शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ, जिसमें पूरी पारदर्शिता और श्रद्धा के साथ पर्ची प्रणाली द्वारा चयन किया गया।
चुनाव की प्रक्रिया और पारदर्शिता
पिछले कई महीनों से चल रहे आंतरिक मतभेदों और गुटबाज़ी के कारण गुरुद्वारा सिंह सभा का संचालन अस्थिर हो गया था। ऐसे समय में रामनगर थाना प्रभारी श्री राजू सिंह की सक्रिय भूमिका और मध्यस्थता के प्रयासों से आपसी सहमति बनी कि प्रधान पद का निर्णय निष्पक्ष ढंग से पर्ची डालकर किया जाएगा।
निर्धारित समय के अनुसार आज शाम 8:00 बजे गुरुद्वारा परिसर में दोनों नामों — निवर्तमान प्रधान सरदार गुरजीत सिंह और सरदार मंजीत सिंह “मन्नू” (मलिक सिंह जसबीर सिंह) की पर्चियाँ एक बॉक्स में डाली गईं। इस प्रक्रिया में एक छोटे बालक ने धार्मिक रीति-रिवाजों और गुरुद्वारा मर्यादा के अनुसार एक पर्ची निकाली, जिसमें मंजीत सिंह “मन्नू” का नाम लिखा था। इसके साथ ही उन्हें आगामी दो वर्षों के लिए गुरुद्वारा सिंह सभा रामनगर का प्रधान घोषित किया गया।
गुरुद्वारा में गूंजे बधाइयों के स्वर
जैसे ही परिणाम घोषित हुआ, पूरे परिसर में हर्षोल्लास और संतोष की भावना देखी गई। उपस्थित संगत, दोनों पक्षों के समर्थक और स्थानीय नागरिकों ने मंजीत सिंह “मन्नू” को बधाइयाँ दीं। इस पूरे चुनाव में न कोई आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिला, न ही कोई विरोध सिर्फ भाईचारे और श्रद्धा का वातावरण।
समाज और प्रशासन की एकजुटता की मिसाल
यह चुनाव न केवल एक धार्मिक संस्था का आंतरिक प्रबंधन तय करने की प्रक्रिया था, बल्कि यह पूरे क्षेत्र के लिए एक मिसाल भी बन गया कि किस तरह आपसी संवाद, समझदारी और प्रशासनिक सहयोग से बड़े से बड़े विवाद सुलझाए जा सकते हैं। थाना प्रभारी राजू सिंह की निष्पक्ष भूमिका, संयम और नेतृत्व क्षमता ने यह सुनिश्चित किया कि चुनाव पूरी तरह शांतिपूर्ण और निष्पक्ष ढंग से हो।
गुरु अर्जुन देव जी की जयंती पर सौहार्दपूर्ण परिणाम
यह परिणाम उस दिन आया जब सिख समाज अपने पंचम गुरु, श्री गुरु अर्जुन देव जी की पावन जयंती मना रहा था। गुरु अर्जुन देव जी ने अपने जीवन में मानवता, सेवा, और सहिष्णुता की जो शिक्षाएं दीं, आज रामनगर में वही भावना जीवंत हुई। एक विवादित परिस्थिति से निकलकर समाज ने एक ऐसा निर्णय लिया जो हर किसी को स्वीकार्य हो।
आगे की राह
अब सरदार मंजीत सिंह “मन्नू” की अगुवाई में गुरुद्वारा सिंह सभा का संचालन अगले दो वर्षों तक किया जाएगा। समुदाय को उनसे बहुत अपेक्षाएँ हैं, और यह भी आशा है कि वे श्रद्धालुओं की सेवा, धार्मिक मर्यादा और सामाजिक कार्यों में पहले से भी अधिक पारदर्शिता और सशक्त नेतृत्व प्रस्तुत करेंगे।
इस ऐतिहासिक निर्णय के साथ ही रामनगर एक बार फिर यह साबित करने में सफल रहा कि एकजुटता, संयम और श्रद्धा से किसी भी परिस्थिति को शांतिपूर्वक सुलझाया जा सकता है।
— सौजन्य: न्यूज़ रिपोर्ट