Sun, 12 Jan 2025 16:55:51 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
प्रयागराज: महाकुंभ मेले के दौरान रविवार को हुई बौछारों ने साधु-संतों की पेशवाई को एक नई चुनौती दी। भारी बारिश के बावजूद, साधु-संत ऊंट और घोड़ों पर सवार होकर पेशवाई में शामिल हुए, जिसे देखकर भक्तों में एक विशेष उमंग का माहौल बना।
भक्तों ने बारिश से संतों को बचाने के लिए पॉलीथिन ताने, जिससे कि वे बारिश के पानी से सुरक्षित रह सकें। इस दौरान, बड़ा उदासीन अखाड़े की पेशवाई में शामिल संतों ने अपनी दिव्य उपस्थिति से श्रद्धालुओं को मोहित किया।
महाकुंभ के इस अद्वितीय आयोजन में फाल्गुन मास की पूर्णिमा के अवसर पर निकली यह पेशवाई, भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान रही। साधु-संतों की भव्य झांकियों ने सभी का ध्यान खींचा, जबकि बारिश ने आयोजन में समां बांध दिया।
संतों की पेशवाई के दौरान भक्तों ने अपने प्रिय संतों के दर्शन के लिए लंबी कतारों में खड़े होकर माता-पिता की प्रार्थना की। बारिश के बावजूद भी भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ, बल्कि सभी ने एकजुट होकर इस धार्मिक आयोजन का आनंद लिया।
महाकुंभ में मौसम की बेरुखी के बावजूद भक्तों का आस्था और श्रद्धा का यह अद्भुत नजारा, धार्मिक एकता का प्रतीक बन गया। संतों की यात्रा में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े, जो इस पवित्र तीर्थ स्थली की महत्ता को बयां करता है।
इस आयोजन ने सभी को एक बार फिर शोभा और श्रद्धा से भरी महाकुंभ की सार्थकता का अहसास कराया। भक्तों और साधु-संतों की यह गरिमामयी पेशवाई, महाकुंभ के इस पवित्र पर्व को और भी विशेष बना गई।