पहलगाम के बैसारन घाटी हमले में शामिल आतंकियों के स्केच जारी, दो आतंकियों के बीच पश्तो में बातचीत का खुलासा

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बैसरन घाटी आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों के स्केच जारी किए, हमले में विदेशी आतंकियों की भूमिका होने का संदेह है।

Wed, 23 Apr 2025 12:34:26 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

अनंतनाग: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र की प्रसिद्ध बैसारन घाटी में हाल ही में हुए आतंकी हमले के सिलसिले में सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शामिल आतंकियों के स्केच जारी किए हैं। इस हमले के बाद से घाटी में सुरक्षा एजेंसियों ने व्यापक तलाशी अभियान छेड़ दिया है और पूरे इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।

सूत्रों के अनुसार, हमले में शामिल दो आतंकियों को आपस में पश्तो भाषा में बातचीत करते हुए देखा गया था, जिससे संदेह है कि हमले में विदेशी आतंकियों की भी भूमिका हो सकती है। इन दोनों के अलावा, हमले में स्थानीय आतंकियों की भी भागीदारी की पुष्टि हुई है। जिन स्थानीय आतंकियों की पहचान हुई है, उनमें आदिल और आसिफ के नाम प्रमुख हैं। आदिल दक्षिण कश्मीर के बिजबेहरा का रहने वाला था, जबकि आसिफ त्राल क्षेत्र से ताल्लुक रखता था। दोनों लंबे समय से आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त थे और सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी सूची में शामिल थे।

हमले के तुरंत बाद राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीमों ने बैसारन घाटी के आसपास के इलाकों में व्यापक तलाशी अभियान चलाया। जारी किए गए स्केच के आधार पर स्थानीय लोगों से भी सहयोग मांगा गया है। सुरक्षा एजेंसियों ने अपील की है कि यदि कोई भी व्यक्ति इन स्केच से मिलते-जुलते किसी संदिग्ध को देखता है, तो तुरंत नजदीकी पुलिस थाने या सुरक्षा बलों को सूचित करे।

बैसारन घाटी, जिसे 'मिनी स्विट्जरलैंड' के नाम से भी जाना जाता है, आमतौर पर पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय रहती है। ऐसे में इस हमले ने न केवल स्थानीय लोगों में बल्कि पर्यटकों के बीच भी चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। प्रशासन ने अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है। संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई है और सभी आगंतुकों की सघन जांच की जा रही है।

पुलिस अधिकारियों ने जानकारी दी है कि प्राथमिक जांच में यह संकेत मिला है कि यह हमला बड़े आतंकी मंसूबे का हिस्सा हो सकता है, जिसका उद्देश्य घाटी में शांति व्यवस्था को भंग करना और पर्यटन सीजन को प्रभावित करना था। हालांकि, सुरक्षा बलों की तत्परता के चलते हमलावर अपने बड़े मंसूबे में सफल नहीं हो पाए।

जांच एजेंसियों का कहना है कि विदेशी आतंकियों की मौजूदगी की पुष्टि के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर तक रिपोर्ट भेजी गई है। खुफिया एजेंसियां भी इस हमले से जुड़े हर पहलू की गहनता से जांच कर रही हैं, ताकि पूरे नेटवर्क का जल्द से जल्द पर्दाफाश किया जा सके।

सुरक्षा एजेंसियों ने जनता से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने की अपील की है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया है कि घाटी में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

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