Sun, 01 Jun 2025 19:46:20 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
मिर्जापुर: एक प्रतिष्ठित स्कूल में कार्यरत दो शिक्षकों के आपसी संबंधों को लेकर उपजा विवाद रविवार को उस वक्त हिंसक मोड़ ले बैठा जब चील्ह थाने में चल रही पंचायत के दौरान गोली चल गई। यह मामला न केवल शिक्षा जगत को शर्मसार करने वाला है, बल्कि कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करता है।
दरअसल, मिर्जापुर के इस प्रतिष्ठित विद्यालय में भदोही जनपद से ताल्लुक रखने वाला एक युवक शिक्षक के तौर पर कार्यरत है। इसी स्कूल में चील्ह थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती भी अध्यापिका के रूप में तैनात है। दोनों के बीच बने निजी संबंधों को लेकर पिछले कुछ समय से तनाव गहराया हुआ था, जो अब सामाजिक स्तर पर सार्वजनिक विवाद का रूप ले चुका है। इस मामले को सुलझाने के लिए शनिवार को दोनों पक्षों की मौजूदगी में थाने में पंचायत बुलाई गई, जिसमें युवक की ओर से उसके कुछ साथी और युवती की तरफ से उसके परिजन व क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि शामिल हुए। आधी रात तक चली इस पंचायत में कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया।
रविवार की दोपहर दोबारा पंचायत बुलाई गई, जिसमें थानाध्यक्ष समेत पूरी पुलिस फोर्स मौजूद थी। बातचीत के दौरान जब मामला तूल पकड़ने लगा, तभी युवक के साथ आए एक साथी ने अचानक अपनी कमर से रिवॉल्वर निकाल पुलिस की ओर तान दी। इससे वहां मौजूद सभी लोग सकते में आ गए। इसके बाद उसी व्यक्ति ने युवती के भाई को दौड़ाकर गोली मार दी। गोली उसके हाथ में लगी और वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
थाने के अंदर हुई इस अप्रत्याशित घटना से माहौल अफरा-तफरी में बदल गया। पुलिस ने तत्काल फायरिंग करने वाले युवक को मौके पर ही हिरासत में ले लिया, जबकि घायल को आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया। चील्ह थाने का माहौल पूरी तरह तनावपूर्ण हो गया, जिस पर काबू पाने के लिए जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा स्वयं मौके पर पहुंचे। इसके अलावा कई थानों की अतिरिक्त पुलिस फोर्स भी मौके पर तैनात कर दी गई है।
इस घटना ने शिक्षा जगत, सामाजिक ताने-बाने और कानून व्यवस्था के त्रिकोण में एक ऐसी दरार डाल दी है, जो केवल गोली नहीं, विश्वास के स्तर पर भी गहरा घाव बनकर उभरी है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और घटना से जुड़े हर पहलू को खंगाला जा रहा है। वहीं, घायल युवक की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
स्थानीय लोगों और पंचायत में शामिल रहे व्यक्तियों के मुताबिक, यह विवाद लंबे समय से चल रहा था, लेकिन पंचायत के दौरान ऐसा उग्र रूप ले लेगा, इसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। अब यह मामला केवल व्यक्तिगत संबंधों का नहीं, बल्कि कानून की गंभीर अनदेखी का भी बन गया है।
पुलिस ने आरोपी युवक पर हत्या के प्रयास, शस्त्र अधिनियम और शांति भंग करने की कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। स्कूल प्रशासन ने इस पूरी घटना से दूरी बना ली है, लेकिन जिले में प्रतिष्ठा प्राप्त इस शैक्षणिक संस्थान की साख पर भी सवाल उठ खड़े हुए हैं।
यह घटना केवल एक थाने या एक पंचायत की सीमा तक सीमित नहीं रही, बल्कि समाज को यह सोचने पर विवश कर गई कि जब शिक्षक जैसे जिम्मेदार पेशे से जुड़े लोग ऐसे विवादों का हिस्सा बनते हैं, तो उसका प्रभाव नई पीढ़ी पर कितना गहरा हो सकता है।
पुलिस और प्रशासन की त्वरित कार्रवाई के चलते हालात काबू में हैं, लेकिन यह घटना आने वाले दिनों में कई सामाजिक और प्रशासनिक बहसों को जन्म दे सकती है। अब सबकी निगाहें पुलिस की जांच रिपोर्ट और आगामी कार्रवाई पर टिकी हुई हैं।