Mon, 05 May 2025 17:36:05 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: मंडलायुक्त वाराणसी एस. राजलिंगम ने आज चंदौली जनपद भ्रमण के दौरान कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में विकास कार्यों, राजस्व मामलों और जन शिकायतों के निस्तारण की गहन समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने प्रशासनिक मशीनरी को पूरी सक्रियता और पारदर्शिता के साथ कार्य करने के निर्देश देते हुए स्पष्ट किया कि जनसरोकारों से जुड़े मामलों में किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी।
बैठक की शुरुआत मुख्यमंत्री डैशबोर्ड और जनसुनवाई पोर्टल (IGRS) पर लंबित मामलों की समीक्षा से हुई, जहां मंडलायुक्त ने शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध निस्तारण पर जोर देते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनसमस्याओं के समाधान में संवेदनशीलता और पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
राजस्व विभाग की समीक्षा के दौरान मंडलायुक्त ने तहसीलों के 10 बड़े बकायादारों के नाम और संबंधित कार्यवाही की जानकारी मांगी, लेकिन उपजिलाधिकारी संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। इस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी पुराने राजस्व वादों का शीघ्र, प्रभावी और गुणवत्तापूर्ण निपटारा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। दाखिल-खारिज, वरासत, सीमांकन जैसी प्रक्रियाओं में सुधार लाने और उन्हें निर्धारित समय सीमा में पूरा करने पर भी विशेष बल दिया गया। इसके साथ ही लेखपालों की फील्ड उपस्थिति नियमित करने, अच्छा कार्य करने वाले कर्मचारियों को चिन्हित करने और कमजोर प्रदर्शन वालों की सूची तैयार करने को भी कहा गया।
विकास कार्यों के संदर्भ में मंडलायुक्त ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का वास्तविक लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे फील्ड में रहकर योजनाओं की प्रगति पर सतत निगरानी रखें और निर्धारित समयसीमा के भीतर कार्यों को पूरा करें। उन्होंने टीम भावना के साथ कार्य करने की अपील करते हुए यह स्पष्ट किया कि कार्यों में कोई भी शिथिलता, लापरवाही या देरी स्वीकार नहीं की जाएगी। जनता को बेहतर और प्रभावी सेवाएं उपलब्ध कराना सभी अधिकारियों की मूल जिम्मेदारी है।
भीषण गर्मी और संभावित हीट वेव को ध्यान में रखते हुए मंडलायुक्त ने जिला प्रशासन को आवश्यक सभी रक्षोपाय अपनाने के निर्देश दिए। उन्होंने सुझाव दिया कि अग्निशमन वाहनों को विकेंद्रीकृत रूप से विभिन्न स्थानों पर तैनात किया जाए ताकि आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित हो सके। जल जीवन मिशन के अंतर्गत कार्य कर रही सभी एजेंसियों की कार्यप्रणाली और गुणवत्ता की समीक्षा करते हुए उन्होंने तेज गति से कार्य पूर्ण करने पर जोर दिया। इसके अतिरिक्त फॉर्मर रजिस्ट्री और फेमिली आईडी से संबंधित कार्यों में तेजी लाने का भी निर्देश दिया गया।
इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग, मुख्य विकास अधिकारी आर. जगत साईं, अपर जिलाधिकारी (वित्त, प्रशासन एवं न्यायिक), मुख्य चिकित्साधिकारी, सभी उपजिलाधिकारी, पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता तथा संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का समापन इस आश्वासन के साथ हुआ कि सभी विभाग एकजुट होकर जनहित के कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखेंगे और विकास प्रक्रिया को और अधिक सुदृढ़ बनाएंगे।