ऑपरेशन सिंदूर: देश की बेटियों की सुरक्षा के लिए निर्णायक कदम, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सख्त संदेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में नागरिक सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा करते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' को भारत की आतंक विरोधी नीति का निर्णायक कदम बताया और सेना को बधाई दी।

Wed, 07 May 2025 22:39:29 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में आयोजित एक व्यापक मॉक ड्रिल कार्यक्रम के दौरान नागरिक सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा करते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' को आतंक के खिलाफ भारत की निर्णायक कार्रवाई बताया। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन उन आतंकियों को करारा जवाब है जिन्होंने भारत की बेटियों के सिंदूर को छेड़ने की हिमाकत की। ऐसे तत्वों को सेना ने न केवल मुंहतोड़ जवाब दिया, बल्कि उन्हें उनके पूरे नेटवर्क समेत खत्म कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा, “जिन्होंने हमारी बहन-बेटियों का सिंदूर छेड़ने की कोशिश की, उन्हें अपना खानदान गंवाना पड़ा है।”

इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पहलगाम हमले के जवाब में की गई सैन्य कार्रवाई को निर्णायक बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री और तीनों सेनाओं को उत्तर प्रदेश की जनता की ओर से बधाई दी। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर न केवल सुरक्षा बलों के साहस का परिचायक है, बल्कि यह प्रधानमंत्री मोदी और देश की सेना की बहन-बेटियों के प्रति संवेदना और दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रतीक भी है। योगी ने स्पष्ट कहा कि भारत की अस्मिता, गौरव और सम्मान से कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता और जो भारत माता के विरुद्ध साजिश रचेंगे, उन्हें इसका परिणाम भुगतना ही होगा।

कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने सभी नागरिक सुरक्षा एजेंसियों—जैसे एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, चिकित्सा दल और पुलिस बल—के साथ व्यक्तिगत तौर पर बातचीत की और उनकी तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि देश के हर नागरिक को सिर्फ एनसीसी, होमगार्ड या स्काउट पर निर्भर नहीं रहना चाहिए, बल्कि आम लोगों को भी सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर आपदा और आतंकी हालात से निपटने की तैयारी रखनी चाहिए। उन्होंने जनता से अपील की कि वे केवल अपने अधिकारों तक सीमित न रहें, बल्कि अपने कर्तव्यों को भी समझें और राष्ट्रीय सुरक्षा की प्रक्रिया में सक्रिय भागीदार बनें।

रिजर्व पुलिस लाइन में हुए मॉक ड्रिल कार्यक्रम की शुरुआत ‘भारत माता की जय’ के नारों से हुई। जैसे ही एनडीआरएफ ने सायरन बजाकर अभ्यास शुरू किया, पूरे क्षेत्र में ब्लैकआउट कर दिया गया, जिससे लोगों को एयर स्ट्राइक जैसी आपात स्थितियों के लिए तैयार किया गया। इसके बाद नागरिकों ने सुरक्षित स्थानों की शरण ली और जब दूसरा सायरन बजा तो घायलों का प्राथमिक उपचार शुरू हुआ। मॉक ड्रिल में नागरिकों को भवनों के गिरने, केमिकल हमले और अन्य आपात स्थितियों से निपटने की व्यावहारिक जानकारी दी गई। इससे स्पष्ट होता है कि प्रशासन न केवल सैन्य स्तर पर, बल्कि आम नागरिकों के स्तर पर भी व्यापक तैयारी कर रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहलगाम में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसमें कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी दोहराया कि गांव, कस्बे और शहरों में जब भी सुरक्षा से संबंधित कोई मामला सामने आएगा, सरकार का पहला उद्देश्य देश की रक्षा करना होगा।

इस कार्यक्रम के समानांतर, वाराणसी के बरेका क्षेत्र में भी एक व्यापक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। हमारे संवाददाता के अनुसार, यहां भी नागरिकों को विभिन्न आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने की तकनीकें सिखाई गईं। इससे यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि उत्तर प्रदेश सरकार पूरे राज्य में सुरक्षा के मोर्चे पर सजग और सक्रिय है।

मुख्यमंत्री का यह संदेश, कि “देश सर्वप्रथम है”, न केवल शासन की प्राथमिकताओं को दर्शाता है, बल्कि यह आम नागरिकों को भी यह विश्वास दिलाता है कि देश की सुरक्षा और आत्मसम्मान के लिए सरकार और सेना पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।

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