जम्मू-कश्मीर: पुंछ में आतंकवादियों के 18 ठिकानों पर छापेमारी, कई संदिग्ध दस्तावेज और उपकरण जब्त

जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सुरक्षा बलों ने आतंकवाद विरोधी अभियान में 18 संदिग्धों के घरों पर छापेमारी की, जिसमें कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए, जो सीमा पार आतंकी नेटवर्क से जुड़े हैं।

Mon, 19 May 2025 13:24:46 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

पुंछ, जम्मू-कश्मीर: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में रविवार को आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ा और योजनाबद्ध अभियान चलाया गया। जम्मू-कश्मीर पुलिस, भारतीय सेना और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की संयुक्त कार्रवाई में जिले के विभिन्न हिस्सों में 18 आतंकियों और उनके स्थानीय सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई। इस व्यापक तलाशी अभियान के दौरान कई संदिग्ध ठिकानों की बारीकी से जांच की गई और सुरक्षा बलों ने कई अहम इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ-साथ आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं। यह कार्रवाई सुरक्षा एजेंसियों के उस लगातार प्रयास का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय आतंकी नेटवर्क को पूरी तरह समाप्त करना है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिन लोगों के घरों पर छापेमारी की गई है, वे आतंकी नेटवर्क से जुड़े स्थानीय हैंडलर्स और सहयोगी बताए जा रहे हैं, जिनके सीधे संपर्क पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में बैठे आतंकियों से हैं। इन स्थानीय संपर्क सूत्रों के माध्यम से पीओके में सक्रिय आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को संचालित कर रहे हैं। इस अभियान में खासतौर पर पुंछ जिले की मंडी तहसील के सावजियां सेक्टर और छंबर किनारी जैसे संवेदनशील इलाकों में सघन तलाशी ली गई। यह क्षेत्र नियंत्रण रेखा (LoC) के बिल्कुल समीप स्थित है, जहां अक्सर संदिग्ध गतिविधियों की सूचनाएं मिलती रही हैं।

एएसपी मोहन शर्मा के नेतृत्व में इस अभियान को अंजाम दिया गया, जिसमें पुलिस बल, सेना और एसओजी के विशेष दस्ते ने समन्वय बनाकर कार्य किया। छापेमारी के दौरान जब्त किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच की जाएगी ताकि आतंकवाद से संबंधित कड़ियों और साजिशों को उजागर किया जा सके। हालांकि, इस पूरे अभियान के दौरान अब तक किसी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है। सुरक्षा एजेंसियों ने फिलहाल उन संदिग्धों की पहचान और नामों का खुलासा नहीं किया है, जिनके घरों पर छापे मारे गए।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि यह कार्रवाई केंद्र सरकार की आतंकवाद के प्रति "जीरो टॉलरेंस" नीति के तहत की जा रही है, जिसका उद्देश्य राज्य में आतंकी नेटवर्क की कमर तोड़ना है। अधिकारी ने बताया कि भविष्य में इस तरह की और भी कार्रवाई की जा सकती है ताकि सीमावर्ती क्षेत्रों में आतंकी नेटवर्क के प्रसार को पूरी तरह से रोका जा सके। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि जब्त सामग्री के विश्लेषण के आधार पर आगे की रणनीति तय की जाएगी।

यह अभियान ऐसे समय में चलाया गया है जब जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को लेकर एक बार फिर से सतर्कता बढ़ा दी गई है। पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्रों से आतंकियों की घुसपैठ और ड्रोन के माध्यम से हथियारों व अन्य सामग्री की आपूर्ति की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे सुरक्षा एजेंसियां पहले से अधिक सतर्क हो गई हैं। पुंछ जैसे सीमावर्ती जिले विशेष रूप से संवेदनशील माने जाते हैं और ऐसे क्षेत्रों में हर गतिविधि पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

सुरक्षा बलों द्वारा चलाए गए इस संयुक्त ऑपरेशन को आतंकी नेटवर्क के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इसमें मिली जानकारी और जब्त किए गए उपकरणों से आने वाले दिनों में और बड़ी कार्रवाई की संभावनाओं को बल मिल सकता है। इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सरकार और सुरक्षा एजेंसियां पूरी दृढ़ता और समर्पण के साथ काम कर रही हैं, और आतंकवाद से प्रभावित क्षेत्रों में शांति व सामान्य स्थिति की बहाली के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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