Wed, 23 Apr 2025 12:47:44 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
बारामूला,जम्मू-कश्मीर: भारतीय सेना ने मंगलवार को नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर एक बड़ी आतंकवादी घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए दो आतंकवादियों को मार गिराया। सेना ने बताया कि यह कार्रवाई बारामूला जिले के सरजीवन सामान्य क्षेत्र में हुई, जहां 23 अप्रैल को दो से तीन आतंकवादियों ने भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास किया था।
भारतीय सेना के अनुसार, एलओसी पर तैनात सतर्क टुकड़ी पोजीशनिंग सिस्टम (टीपीएस) ने घुसपैठ की कोशिश को समय रहते पहचान लिया। सैनिकों ने आतंकियों को चुनौती दी, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच भारी गोलीबारी शुरू हो गई। इस मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए, जबकि अन्य आतंकियों की तलाश के लिए क्षेत्र में अभियान अब भी जारी है।
सेना ने मारे गए आतंकियों के पास से बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और युद्ध सामग्री बरामद की है। इनमें आधुनिक राइफलें, विस्फोटक उपकरण और अन्य घातक हथियार शामिल हैं। बरामद सामग्री से यह संकेत मिलता है कि आतंकवादी बड़ी आतंकी कार्रवाई की मंशा से भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर रहे थे।
सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि एलओसी पर घुसपैठ के प्रयासों में हाल के दिनों में वृद्धि देखी जा रही है। भारतीय सेना पूरी तरह से सतर्क है और किसी भी घुसपैठ या आतंकी गतिविधि को रोकने के लिए निरंतर निगरानी और गश्त कर रही है। अधिकारियों ने यह भी जानकारी दी कि अभियान के तहत इलाके में व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई अन्य आतंकवादी बच न पाए।
सेना की इस कार्रवाई को जम्मू-कश्मीर में शांति और सुरक्षा बनाए रखने की दिशा में एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि सीमा पार से आतंकवादियों को घुसपैठ कराने की कोशिशें लगातार जारी हैं, लेकिन भारतीय सुरक्षा बल इन चुनौतियों का मजबूती से सामना कर रहे हैं।
सेना ने स्थानीय निवासियों से भी अपील की है कि वे संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना दें, ताकि क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखी जा सके। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने की किसी भी कोशिश को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
ऑपरेशन अभी भी सक्रिय है और क्षेत्र में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। सेना के प्रवक्ता ने कहा कि घुसपैठियों के किसी भी अन्य साथी की तलाश जारी है और आवश्यकतानुसार अतिरिक्त बलों को भी तैनात किया गया है।
इस कार्रवाई के बाद सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। भारतीय सेना ने यह संकेत दिया है कि देश की सीमाओं की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक नहीं होने दी जाएगी और हर संभावित खतरे का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।