Mon, 19 May 2025 13:31:29 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाशिंगटन डी.सी.: अमेरिका के 82 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन प्रोस्टेट कैंसर के एक आक्रामक और उन्नत चरण का सामना कर रहे हैं। उनके कार्यालय द्वारा हाल ही में जारी किए गए आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है कि बाइडन को प्रोस्टेट कैंसर का ऐसा रूप है जो अब हड्डियों तक फैल चुका है, जिसे मेडिकल भाषा में हड्डी में मेटास्टेसिस कहा जाता है। यह स्थिति कैंसर के गंभीर और जटिल स्तर की ओर इशारा करती है, जिसमें शरीर के अन्य अंग भी प्रभावित हो सकते हैं।
जानकारी के अनुसार, बाइडन ने हाल ही में मूत्र संबंधी परेशानी की शिकायत की थी, जिसके बाद चिकित्सकीय परीक्षण कराए गए। जांच रिपोर्ट में उच्च श्रेणी के प्रोस्टेट कैंसर की पुष्टि हुई, जिसे विशेषज्ञों ने ‘आक्रामक प्रकार’ का करार दिया। डॉक्टरों ने बताया कि यह प्रकार तेजी से शरीर में फैलता है और अन्य ऊतकों या अंगों को भी प्रभावित कर सकता है, जिससे इलाज की जटिलता बढ़ जाती है।
बाइडन की मेडिकल टीम ने बयान में कहा कि उनके शरीर में कैंसर का प्रसार विशेष रूप से हड्डियों तक पहुंच चुका है, जो बीमारी की गंभीरता को दर्शाता है। मेटास्टेटिक कैंसर की स्थिति में आमतौर पर मरीज को लंबे और जटिल उपचार प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है, जिसमें कीमोथेरेपी, हार्मोन थैरेपी या रेडिएशन जैसी तकनीकों का सहारा लिया जाता है। फिलहाल, उनकी सेहत की देखरेख विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा की जा रही है और नियमित परीक्षणों के जरिए उनकी स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
हालांकि, उनके कार्यालय की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि बाइडन मानसिक रूप से मजबूत हैं और उन्होंने बीमारी का सामना धैर्यपूर्वक करने की इच्छा जताई है। सूत्रों के अनुसार, वे इलाज की प्रक्रिया में सक्रिय भाग ले रहे हैं और लगातार अपने परिजनों और चिकित्सकों के संपर्क में हैं।
बाइडन का राजनीतिक जीवन दशकों लंबा और प्रभावशाली रहा है। उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर निर्णायक भूमिका निभाई है। ऐसे में उनके समर्थकों और दुनियाभर में उन्हें चाहने वालों के बीच यह खबर चिंता का विषय बन गई है। सोशल मीडिया और विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर लोग उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना कर रहे हैं।
मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, प्रोस्टेट कैंसर उम्रदराज पुरुषों में आम बीमारी है, लेकिन जब यह हड्डियों या शरीर के अन्य भागों तक फैल जाए, तो इसे नियंत्रित करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। इस स्थिति में समय पर निदान और उपयुक्त चिकित्सा अत्यंत आवश्यक हो जाती है। बाइडन का मामला इस बात को रेखांकित करता है कि नियमित स्वास्थ्य जांच और शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज न करना कितना महत्वपूर्ण है।
इस गंभीर स्वास्थ्य स्थिति के बीच, पूर्व राष्ट्रपति बाइडन का साहस और संयम, न केवल उनके करीबी लोगों के लिए बल्कि पूरे विश्व में लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि आधुनिक चिकित्सा तकनीक और व्यक्तिगत इच्छाशक्ति मिलकर इस बीमारी से लड़ने में बड़ी भूमिका निभा सकती है।
अभी बाइडन की सेहत की निगरानी की जा रही है और उनके कार्यालय द्वारा समय-समय पर जानकारी साझा की जाएगी। दुनियाभर से उनके लिए प्रार्थनाओं और शुभकामनाओं का सिलसिला जारी है, जिसमें सभी उनके शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की आशा कर रहे हैं।