Fri, 02 May 2025 20:04:03 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने गुरुवार को राजकीय बाल गृह और बालिका गृह, रामनगर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने दोनों संस्थानों में रह रहे बच्चों से संवाद कर उनके रहन-सहन, सुरक्षा और सुविधा व्यवस्था का बारीकी से अवलोकन किया। जिलाधिकारी ने बच्चों के साथ समय बिताया, उनसे मिल रही सुविधाओं के बारे में सीधे सवाल किए और उनकी प्रतिक्रियाएं गंभीरता से सुनीं। बच्चों के पोषण, स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति के बारे में जानकारी लेते हुए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अधीक्षिका को निर्देशित किया कि संस्थान में रह रहे सभी बच्चों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए और उन्हें पोषणयुक्त भोजन निर्धारित मीनू के अनुसार समय से उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि भोजन की गुणवत्ता से कोई समझौता न हो और बच्चों को स्वच्छ एवं सुरक्षित वातावरण में भोजन मिले। इसके साथ ही उन्होंने विशेष रूप से बालिकाओं की समय-समय पर काउंसलिंग कराए जाने की आवश्यकता पर बल दिया, जिससे वे मानसिक रूप से सशक्त और संतुलित रहें।
जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने यह भी स्पष्ट निर्देश दिया कि यदि कोई बालिका अपने परिजनों के पास वापस जाना चाहती है, तो उसकी बाल कल्याण समिति के माध्यम से पूरी प्रक्रिया विधिवत तरीके से सुनिश्चित की जाए। इसके लिए संबंधित अभिभावकों से संवाद स्थापित कर बच्चों की सुरक्षा और हितों को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि किसी भी निर्णय से पहले बालिकाओं की मानसिक स्थिति और उनके सर्वांगीण कल्याण को ध्यान में रखा जाए।
उन्होंने संरक्षण अधिकारी को निर्देश दिए कि वह नियमित रूप से इन संस्थानों का निरीक्षण करें और अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी कार्यालय को समय पर प्रस्तुत करें। इसके साथ ही उपस्थिति पंजिका का भी अवलोकन किया गया, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि कर्मचारियों की उपस्थिति समयबद्ध और नियमित है। इस संदर्भ में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने विशेष रूप से यह निर्देश दिया कि राजकीय बालिका गृह में किसी भी पुरुष कर्मचारी की ड्यूटी नहीं लगाई जाए। उन्होंने इस संबंध में स्पष्ट रूप से कहा कि यह सुरक्षा और गरिमा की दृष्टि से अत्यंत आवश्यक है और इस निर्देश का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए।
समापन में जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निर्धारित सभी सुविधाएं बच्चों को समय से उपलब्ध कराई जाएं ताकि बाल गृह और बालिका गृह में रह रहे बच्चों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि किसी भी प्रकार की कोताही पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण का उद्देश्य संस्थानों की व्यवस्था को बेहतर बनाना और यहां रह रहे बच्चों को एक सुरक्षित, स्वस्थ और सम्मानजनक वातावरण प्रदान करना था।