चिलचिलाती धूप में राहत की घूंट: रामनगर में कांग्रेस जनों ने हजारों राहगीरों को पिलाया शरबत

रामनगर में कांग्रेस कमेटी ने भीषण गर्मी में राहगीरों को शरबत पिलाकर इंसानियत का परिचय दिया, जिससे तपती धूप में लोगों को राहत मिली और कांग्रेस ने प्रशासन की नाकामी पर चिंता जताई।

Sun, 15 Jun 2025 20:27:23 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी: रामनगर/ जहां सूरज की तपिश सिर पर तांडव कर रही थी, पसीने की धारें राहगीरों की थकान बयां कर रही थीं, वहीं उस तपते मौसम में राहत की बूंदें रामनगर की सड़कों पर झलक रही थीं। रविवार की सुबह जैसे ही घड़ियों ने दस बजने का संकेत दिया, रामनगर चौक पर कुछ हाथों ने इंसानियत की पेशकश की गिलासों में शरबत भरकर राह चलते लोगों के होठों तक पहुंचाई गई राहत, और साथ ही एक ऐसा भाव जो शब्दों से नहीं, केवल दिल से महसूस किया जा सकता है। इस पुनीत कार्य का आयोजन रामनगर कांग्रेस कमेटी की ओर से किया गया, जिसने न सिर्फ प्यास बुझाई, बल्कि दिलों को भी सुकून दिया।

भीषण गर्मी से बेहाल नागरिकों के लिए यह आयोजन किसी वरदान से कम नहीं था। तपती सड़कें, गर्म लू और धूप के थपेड़ों के बीच जब किसी के हाथ में ठंडा शरबत थमा, तो चेहरे पर मुस्कान खुद-ब-खुद खिल उठी। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, महिलाओं से लेकर मेहनतकश मजदूरों तक, हर किसी के लिए यह आयोजन उम्मीद की ठंडी फुहार बनकर आया।

कार्यक्रम की अगुवाई करते हुए रामनगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शमशाद खान ने बेहद स्पष्ट शब्दों में वर्तमान प्रशासन की नाकामी पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पूर्व में जब नगर पालिका स्वतंत्र रूप से कार्यरत थी, तो हर साल गर्मियों में शहर के प्रमुख चौराहों पर शीतल पेयजल की व्यवस्था की जाती थी। परंतु नगर पालिका के नगर निगम में विलय के बाद यह व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि लगता है नगर निगम अब आर्थिक रूप से दिवालिया हो चुका है, जिसके पास न तो इच्छाशक्ति बची है और न ही संसाधन कि वह जनता को गर्मी से राहत दिला सके।

शमशाद खान ने इस मौके पर शहर के सभी सामाजिक एवं व्यापारिक संगठनों से भावुक अपील भी की, “अगर शासन-प्रशासन ठंडी छांव नहीं दे सकता, तो कम से कम हम नागरिकों को चाहिए कि हम एक-दूसरे की छांव बनें। हर चौराहे पर, हर गली में अगर एक घड़ा पानी भी रख दिया जाए, तो यह शहर इंसानियत की मिसाल बन सकता है।”

कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौजूदगी और उनकी सक्रिय भागीदारी उल्लेखनीय रही। बिपिन सिंह, राजेन्द्र गुप्ता, हरिशंकर सिंह, श्याम जी विश्वकर्मा, रवि प्रताप सिंह, जावेद भाई, अलीजान, मोहम्मद यासीन राइन, शमीम अख्तर, डॉ. शौकत अली, बिनोद सेठ, फैयाज अहमद एडवोकेट, वैश्य खान, ताबीज अहमद, शिवजी मौर्या, सन्त गुप्ता, अजहरुद्दीन, गुड्डू अंसारी और संजय सिंह सहित भारी संख्या में कांग्रेस जन इस मानवीय सेवा कार्य में तन, मन और धन से जुटे रहे।

इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि इसमें किसी भी प्रकार की राजनीति या प्रचार का दिखावा नहीं था। ना कोई मंच, ना कोई बैनर बस इंसानियत की मिसाल पेश करने के लिए समर्पित लोग, जिनके लिए राहत पिलाना ही सबसे बड़ी उपलब्धि थी।

शायद यही राजनीति का असली उद्देश्य होना चाहिए, जनसेवा। और जब सेवा शुद्ध हृदय से की जाए, तो उसका असर गहराई से होता है। रामनगर में शरबत वितरण का यह आयोजन भले ही कुछ घंटों का था, लेकिन इसके पीछे जो भावना थी, वह आने वाले समय में औरों को भी प्रेरणा देती रहेगी।
यह सिर्फ शरबत नहीं था , यह उम्मीद की मिठास थी।

सौजन्य: न्यूज रिपोर्ट

चिलचिलाती धूप में राहत की घूंट: रामनगर में कांग्रेस जनों ने हजारों राहगीरों को पिलाया शरबत

वाराणसी: ओपी सिंह को मिली नई जिम्मेदारी, बने राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद के वाराणसी मंडल वरिष्ठ उपाध्यक्ष

वाराणसी: गंगा आरती के दौरान दर्दनाक हादसा, पति गंगा में डूबा, देखती रही पत्नी

वाराणसी: मिर्जामुराद में तेज रफ्तार ट्रक ने कार को मारी टक्कर, तीन युवकों की मौत, एक घायल

वाराणसी: विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने जनसुनवाई में सुनी जनता की पीड़ा, समस्या समाधान के लिए दिए निर्देश