Wed, 30 Apr 2025 10:51:34 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: रामनगर/चौहान फाउंडेशन के तत्वावधान में आज वीर शिरोमणि महान सम्राट पृथ्वीराज चौहान जी की जयंती के अवसर पर एक गरिमामय समारोह का आयोजन किया गया। यह ऐतिहासिक दिन राष्ट्र की वीरता, संस्कृति और शौर्य को समर्पित था, जहाँ सम्राट पृथ्वीराज चौहान के अतुलनीय योगदान को श्रद्धा और सम्मान के साथ याद किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन बड़े ही उत्साह और भव्यता के साथ किया गया। इस विशेष मौके पर चौहान समाज के अनेक प्रतिष्ठित गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से आदरणीय श्री सुरेश चौहान, श्री सुभाष चौहान, श्री लालतू चौहान, श्री कैलाश चौहान, श्री जयनाथ चौहान, श्री दीपक चौहान, श्री जयसिंह चौहान, श्री रिंकू चौहान, श्री मानसिंह चौहान, श्री अंशराज चौहान, श्री टिंकू चौहान, श्री धीरज चौहान तथा श्री उज्ज्वल चौहान जैसे समाजसेवी सम्मिलित रहे। इन सभी ने वीर सम्राट को पुष्पांजलि अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी और उनके जीवन से प्रेरणा लेने का संकल्प दोहराया।
इस कार्यक्रम में चौहान समाज के युवाओं और बुजुर्गों की भरपूर भागीदारी रही। सभागार देशभक्ति के नारों से गूंज उठा और वातावरण में राष्ट्र गौरव की भावना स्पष्ट झलकती रही। सभी वक्ताओं ने पृथ्वीराज चौहान की वीरता, न्यायप्रियता और देशभक्ति को याद करते हुए कहा कि भारत माता के इस वीर सपूत ने न केवल युद्धभूमि में पराक्रम दिखाया बल्कि अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अंतिम सांस तक संघर्ष किया।
सम्राट पृथ्वीराज चौहान, जिन्हें 'राजा ऋषभदेव' के वंशज के रूप में भी जाना जाता है, 12वीं शताब्दी के ऐसे महान योद्धा थे जिनका नाम आज भी इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है। वे अजमेर और दिल्ली के शासक रहे और उनकी वीरता, दूरदर्शिता और कूटनीति की गाथाएं आज भी जन-जन के दिलों में जीवंत हैं। मोहम्मद गौरी के विरुद्ध तराइन के युद्ध में उनका पराक्रम आज भी प्रेरणा का स्त्रोत है। उन्होंने हिंदवी स्वराज्य और सांस्कृतिक अस्मिता की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए, पर विदेशी सत्ता के आगे कभी घुटने नहीं टेके।
चौहान फाउंडेशन ने इस अवसर पर यह भी संकल्प लिया कि आने वाली पीढ़ियों को सम्राट पृथ्वीराज चौहान के महान चरित्र और बलिदान की जानकारी देने हेतु स्कूलों, कॉलेजों और समाज में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। संगठन के सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि वीर पृथ्वीराज चौहान सिर्फ एक योद्धा नहीं, बल्कि एक विचारधारा हैं—जो साहस, स्वाभिमान और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक है।
इस भव्य समारोह ने न केवल वीरता की स्मृति को पुनर्जीवित किया, बल्कि चौहान समाज की एकता और संस्कृति को भी मजबूती दी। यह आयोजन आज के समाज में राष्ट्र गौरव और अपने इतिहास पर गर्व की भावना को प्रबल करने वाला साबित हुआ।
यूपी खबर इस ऐतिहासिक क्षण को सलाम करता है और चौहान समाज के सभी सदस्यों को इस प्रेरणादायक आयोजन के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ देता है।