Fri, 25 Apr 2025 16:46:04 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
चंदौली: आज शुक्रवार सुबह चंदौली नगर के यूरोपियन कॉलोनी स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल (डीडीयू) के डीआरएम कार्यालय परिसर में अचानक भीषण आग लग गई। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है, जिसने कार्यालय परिसर में रखे फर्नीचर, कंप्यूटर, एयर कंडीशनर और कई महत्वपूर्ण फाइलों को पूरी तरह खाक कर दिया।
यह आग चार मंजिला डीआरएम ऑफिस बिल्डिंग के उस हिस्से में लगी जहाँ सेवानिवृत्त रेल कर्मियों के लिए कार्यालय और विश्राम कक्ष बनाए गए हैं। सुबह लगभग चार बजे जब अधिकांश कार्यालय खाली थे, तभी सेवानिवृत्त कर्मियों के कमरे से धुआं उठने लगा। कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप ले लिया और इसकी लपटें ऊपर की मंजिलों तक फैलने लगीं, जहां वरीय मंडल सुरक्षा अधिकारी और एकाउंट विभाग के कार्यालय स्थित हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही आग की भनक वहां मौजूद कर्मचारियों को लगी, अफरा-तफरी मच गई। कर्मचारियों ने आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्रों का सहारा लिया, लेकिन आग इतनी तीव्र थी कि स्थानीय संसाधनों से उस पर काबू पाना संभव नहीं हो पाया। तत्काल फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई, जिसके बाद दमकल की गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं।
करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया और उसके फैलाव को रोका। समय रहते आग बुझा लिए जाने के कारण ऊपर की मंजिलों पर मौजूद महत्वपूर्ण फाइलें और दस्तावेज जलने से बच गए।
हालांकि, सेवानिवृत्त कर्मियों के कार्यालय में रखा सारा फर्नीचर, कंप्यूटर, एसी और फाइलें जलकर पूरी तरह नष्ट हो गईं। घटनास्थल पर पहुंचे डीआरएम उदय सिंह मीना और वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त जेथिन बी राज ने स्थिति का जायजा लिया और संबंधित विभागों को त्वरित जांच और राहत कार्यों के निर्देश दिए।
डीडीयू रेल मंडल के इस कार्यालय में लगभग 700 कर्मचारी कार्यरत हैं। भवन की संरचना के अनुसार, बीच में एक खाली स्थान है जिसमें लिफ्ट स्थापित है और उसके बगल में ही सेवानिवृत्त कर्मियों का कमरा स्थित है। इस लिहाज से आग की शुरुआत भवन के उस केंद्र से हुई जहाँ से आग का फैलाव तेजी से ऊपरी हिस्सों तक हो सकता था।
रेल प्रशासन द्वारा इस घटना की गहन जांच कराई जा रही है और शुरुआती रिपोर्ट में शॉर्ट सर्किट को ही मुख्य कारण माना गया है। फायर सेफ्टी ऑडिट और भवन की विद्युत व्यवस्था की समीक्षा के निर्देश भी जारी किए गए हैं ताकि भविष्य में ऐसी किसी दुर्घटना से बचा जा सके।
स्थानीय प्रशासन और रेल कर्मियों ने राहत की सांस ली कि घटना के समय भवन में कोई कर्मचारी नहीं था जिससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। हालांकि, दस्तावेजों के नुकसान और कार्यालय को हुए नुकसान की भरपाई में समय लग सकता है। संबंधित विभाग अब फाइलों की डिजिटल बैकअप की उपलब्धता का भी आकलन कर रहे हैं।
रेलवे प्रशासन ने कर्मचारियों और अधिकारियों से भी अपील की है कि वे अग्नि सुरक्षा संबंधी निर्देशों का पालन करें और किसी भी प्रकार की असामान्य गतिविधि की सूचना तुरंत दें। घटना के बाद पूरे भवन की बिजली व्यवस्था की जांच की जा रही है और संबंधित तकनीकी टीम को अलर्ट पर रखा गया है।
इस घटना ने एक बार फिर से कार्यालयों में फायर सेफ्टी की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आने वाले दिनों में डीआरएम कार्यालय और मंडल के अन्य भवनों में फायर ड्रिल्स और सुरक्षा उपायों को लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा।