आगरा: महाशिवरात्रि पर हिंदू महासभा की अध्यक्ष ने ताजमहल में शिवलिंग स्थापित कर किया गंगाजल से अभिषेक

महाशिवरात्रि पर अखिल भारत हिंदू महासभा की महिला मोर्चा अध्यक्ष मीरा राठौर ने ताजमहल परिसर में शिवलिंग स्थापित कर गंगाजल चढ़ाया और पूजा की, जिसे उन्होंने तेजोमहालय बताया।

Wed, 26 Feb 2025 14:20:58 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

आगरा: महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर अखिल भारत हिंदू महासभा की महिला मोर्चा की अध्यक्ष मीरा राठौर ने ताजमहल परिसर में शिवलिंग स्थापित कर गंगाजल चढ़ाया और पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने ताजमहल को 'तेजोमहालय' बताते हुए कहा कि यह स्थान भगवान शिव का मंदिर है और इसे शुद्ध करने की आवश्यकता है।

मीरा राठौर ने इस पूरे घटनाक्रम को वीडियो के माध्यम से सोशल मीडिया पर साझा किया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि वह ताजमहल के अंदर शिवलिंग रखकर गंगाजल चढ़ा रही हैं और धूपबत्ती जलाकर भगवान शिव की पूजा कर रही हैं। उन्होंने कहा, यह ताजमहल नहीं, बल्कि तेजोमहालय है। इस स्थान को अन्य समुदाय के लोगों ने चादर और बिरयानी बांटकर अशुद्ध कर दिया है। आज मैंने यहां शिवलिंग स्थापित कर और गंगाजल चढ़ाकर इस स्थान को पवित्र किया है।

मीरा राठौर ने बताया कि वह गंगाजल प्रयागराज के संगम से लेकर आई थीं। उन्होंने कहा, महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर हम संगम से जल लेकर आए हैं और आज भोले बाबा को इस जल से स्नान कराएंगे। यह स्थान भगवान शिव का मंदिर है और इसे तेजोमहालय के रूप में पहचाना जाना चाहिए।

इस घटना के बाद ताजमहल परिसर में 'हर-हर महादेव' के नारे लगाए गए। मीरा राठौर ने कहा कि उनका उद्देश्य इस स्थान को शुद्ध करना और हिंदू धर्म के प्रतीक के रूप में इसकी पहचान स्थापित करना है। उन्होंने यह भी कहा कि समय-समय पर ताजमहल को मंदिर घोषित करने की मांग उठती रही है और यह उसी दिशा में एक कदम है।

हिंदू संगठनों का दावा है कि ताजमहल वास्तव में भगवान शिव का मंदिर है, जिसका नाम तेजोमहालय था। इन संगठनों ने अक्सर ताजमहल का नाम बदलकर तेजोमहालय करने और इसे मंदिर घोषित करने की मांग की है। इस मुद्दे पर पहले भी कई बार विवाद हो चुका है।

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। कुछ लोग इसे धार्मिक आस्था का प्रतीक मान रहे हैं, तो वहीं कुछ लोगों ने इसे विवादास्पद बताया है।

ताजमहल, जो यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है, को लेकर यह घटना एक बार फिर से इस ऐतिहासिक स्मारक के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को लेकर बहस छेड़ सकती है। अधिकारियों की ओर से अभी तक इस घटना पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

काशी: अक्षय तृतीया पर 125 कन्याओं का भव्य सामूहिक विवाह, मोहन भागवत की उपस्थिति में ऐतिहासिक पहल

वाराणसी: कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने आपका विधायक आपके द्वार अभियान के तहत सुनीं नागरिकों की समस्याएँ,

वाराणसी: यूजीसी ने बीएचयू की पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया पर लगाई रोक, जांच के लिए गठित की समिति

वाराणसी: वेदशास्त्रों के मर्मज्ञ आचार्य गणेश्वर शास्त्री को राष्ट्रपति मुर्मू ने पद्म श्री से किया अलंकृत

वाराणसी: रामनगर/ दिव्यांगजनों के लिए आवासीय विद्यालय हेतु भूमि से अतिक्रमण हटाया, प्रशासन सख्त