Sat, 14 Jun 2025 18:26:34 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: मिर्जामुराद थाना क्षेत्र अंतर्गत कछवां रोड ओवरब्रिज के समीप शनिवार को एक भीषण सड़क हादसे में तीन युवकों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है। यह हादसा उस वक्त हुआ जब प्रयागराज की ओर से आ रही एक तेज रफ्तार कार को एक अज्ञात ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराई और फिर सर्विस रोड पर जा पहुंची। इस हादसे में एक युवक की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि अन्य तीन को इलाज के लिए तत्काल बीएचयू ट्रॉमा सेंटर भेजा गया, जहां उपचार के दौरान दो और युवकों की जान चली गई।
घटना की जानकारी मिलते ही मिर्जामुराद थाना प्रभारी प्रमोद कुमार पांडेय तथा कछवां रोड चौकी प्रभारी गणेश पटेल मौके पर पहुंचे और तत्काल राहत कार्य शुरू कराया। दुर्घटनाग्रस्त कार में सवार चारों युवक प्रयागराज जिले से वाराणसी की ओर जा रहे थे। पुलिस के अनुसार मृतकों में बीएसएफ का जवान अमन यादव (निवासी हनुमानगंज, सरायइनायत थाना, प्रयागराज), फैसल (निवासी झूंसी) और अरबाज शामिल हैं। वहीं, विजय नामक युवक गंभीर रूप से घायल है और उसका इलाज बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है।
दुर्घटना के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी और घायलों की मदद की। चौकी प्रभारी ने बताया कि मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है। पुलिस ने क्षतिग्रस्त कार को क्रेन की मदद से सड़क से हटाकर किनारे कराया और यातायात को सामान्य करने के प्रयास किए।
फरार ट्रक की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है और पुलिस सीसीटीवी फुटेज तथा चश्मदीदों के बयान के आधार पर ट्रक और उसके चालक की तलाश में जुट गई है। इस हादसे ने एक बार फिर से राष्ट्रीय राजमार्गों पर बेतहाशा गति और नियमों के उल्लंघन के गंभीर परिणाम को उजागर किया है, जिससे युवाओं की अनमोल जानें समय से पहले काल के गाल में समा गईं।
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है और पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। एक जवान बेटे की शहादत से जहां बीएसएफ परिवार में शोक की लहर है, वहीं अन्य मृतकों के परिवारों पर भी दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। स्थानीय लोग हादसे से मर्माहत हैं और शासन-प्रशासन से इस मार्ग पर स्पीड मॉनिटरिंग और कड़ी निगरानी की मांग कर रहे हैं, ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो सके।
इस दर्दनाक हादसे ने न केवल तीन परिवारों को उजाड़ दिया, बल्कि क्षेत्र में सड़क सुरक्षा को लेकर एक बार फिर चिंता और चेतावनी की घंटी बजा दी है।